Advertisement
21 December 2020

एक माह बाद कब्र खोद कर निकाली लाश, फिर सामने आया चौंकाने वाला राज

जंगलों, पहाड़ों में ठिकाना बनाकर अपना ऑपरेशन चलाने वाले नक्‍सलियों के बारे में कई बार पुलिस को भी ठीक से जानकारी नहीं होती। ऐसा ही मामला सामने आया है।

झारखंड में प्रतिबंधित नक्‍सली संगठन पीएलएफआइ ( पीपुल्‍स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) के एक लाख के इनामी एरिया कमांडर की मौत सड़क दुर्घटना में हो गई थी। उसके परिजनों ने एक माह पहले ही मौत के बाद उसे दफन कर दिया था। पुलिस को कोई भनक, खबर तक नहीं मिली। बाद में जेल में बंद एक एरिया कमांडर द्वारा दी गई जानकारी के बाद लाश को कब्र से निकाला गया तब पहचान हुई।

लापुंग के हुलसू बरटोली गांव का रहने वाला पीएलएफआइ के एरिया कमांडर गोपाल होरो की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। उसके परिजनों ने कर्रा नदी के किनारे दफना दिया। पुलिस को भनक तक नहीं लगी। गोपाल होरो लापुंग, कामडाररा, बसिया, जरियागढ़, करंज आदि इलाके में सक्रिय था। पुलिस के साथ मुठभेड़, हत्‍या, वसूली आदि कई मामलों में पुलिस को उसकी तलाश थी। उसके आतंक को देखते हुए पुलिस ने उसके सिर एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।

Advertisement

गुमला जिला के बसिया के पुलिस उपाधीक्षक दीपक कुमार के अनुसार गुमला जेल में बंद पीएलएफआइ के ही एरिया कमांडर लारा टोपनो को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही थी उसी दौरान उसने गोपाल होरे की मौत के बारे में जानकारी दी। तब पुलिस ने मजिस्‍ट्रेट की मौजूदगी में कर्रा नदी के किनारे जा लाश को कब्र से निकाला और उसकी पहचान हुई। सिविल सर्जन को गोपाल होरो का डीएनए सुरक्षित रखने को कहा गया है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: झारखंड, नक्सली, कब्र, पीएलएफआइ, JHARKHAND, Naxalite, PLFI
OUTLOOK 21 December, 2020
Advertisement