यूपी में सपा सरकार की एक योजना बंद तो दूसरी शुरू हुई
प्रदेश सरकार ने सपा सरकार के दौरान शुरू की गई उत्तर प्रदेश बेरोजगारी भत्ता योजना बंद कर दी है। साथ ही नई सरकार का गठन होने के बाद बंद की गई उत्तर प्रदेश यशभारती सम्मान पेंशन योजना फिर से दी जाएगी।
हालांकि इस बार सरकार ने नियमावली में फेरबदल किया है और अब 50 हजार के बजाय 35 हजार ही पेंशन मिलेगा। इसके अलावा सरकारी सेवकों, पेंशनरों और आयकरदाताओं को इस पेंशन का लाभ नहीं मिलेगा।
प्रदेश सरकार ने श्रम एवं सेवा योजन विभाग द्वारा संचालित उत्तर प्रदेश बेरोजगारी भत्ता योजना को बन्द कर दिया है। श्रम एवं सेवायोजन विभाग के प्रमुख सचिव सुरेश चन्द्रा ने इस बावत शासनादेश जारी कर दिया है। शासनादेश में उल्लेख है कि यह योजना सन 2014-15 से प्रचलन में नहीं होने के कारण अप्रासांगिक हो चुकी थी, जिससे इसे समाप्त कर दिया गया है।
कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग के पत्र के संदर्भ में 14 मई को श्रम एवं सेवायोजन विभाग की समीक्षा बैठक में इस सम्बन्ध में आख्या प्राप्त की गयी, जिसके आधार पर सरकार ने इस योजना को समाप्त करने का निर्णय लिया।
प्रदेश सरकार ने यशभारती पुरस्कार से पुरस्कृत महानुभावों को पेंशन देने संबंधी आवेदन पत्र स्वीकार करने की तिथि अब बढ़ाकार 31 जुलाई कर दी है। 31 जुलाई के बाद आवेदन पत्रों पर संस्कृति विभाग द्वारा विचार नहीं किया जाएगा। संस्कृति निदेशक शिशिर कुमार ने बताया कि संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा यशभारती पुरस्कार से सम्बन्धित महानुभाव, जिनकों पूर्व से पेंशन प्राप्त हो रही थी, उनसे कुछ अतिरिक्त सूचनाएं विभाग द्वारा आवेदन प्रारूप के माध्यम से मांगी गई थीं। इस सन्दर्भ में उनको पेंशन देने के लिए विभाग द्वारा भेजे गए आवेदन प्रारूप प्राप्त होने की अन्तिम तिथि चार जुलाई से एक सप्ताह निर्धारित की गयी थी।
दोबारा विभाग में आवेदन पत्र प्राप्त होने की अन्तिम तिथि 22 जुलाई तक की गयी, लेकिन बहुत से आवेदन पत्र विभाग में अब तक प्राप्त नहीं हो सके, जिससे आवेदन पत्र जमा करने की अन्तिम तिथि को बढ़ाकर 31 जुलाई तक किये जाने का निर्णय लिया गया है।
नीरज ने सीएम से किया था यशभारती शुरू करने का आग्रह
पद्मश्री, पद्मभूषण और यश भारती सम्मान से विभूषित मशहूर गीतकार गोपाल दास नीरज का आखिरी दौरा 25 जून को लखनऊ में हुआ था। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर यश भारती पेंशन शुरू करने का आग्रह किया था। हालांकि अब वह इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन सरकार ने यश भारती के लिए दुबारा आवेदन मांगे हैं।