पंजाब 'आप' में चल रही कलह पर बोले भगवंत मान, खैहरा पद के भूखे
पंजाब आम आदमी पार्टी (आप) में चल रही कलह पर चुप्पी तोड़ते हुए आप नेता भगवंत मान ने सुखपाल खैहरा पर बड़ा हमला बोला है। चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ़्रेंस को संबोधित करते हुए मान ने कहा कि खैहरा के हिसाब 26 जुलाई 2018 से पहले आप पंजाब आत्मनिर्भर थी लेकिन जब 26 जुलाई शाम को उनको विपक्ष के नेता पद से हटाया गया तो उन्हें लगता है कि पार्टी लावारिस हो गई।
मान ने कहा कि खैहरा पद के भूखे हैं। जब विपक्ष का पद छिन गया तो पार्टी के खिलाफ उन्होंने जहर उगलना शुरू कर दिया। खैहरा यह कहते नहीं थकते कि मैं बादलों के खिलाफ खुलकर बोलता रहा हूं, अन्य विवादों पर बेबाक बोला हूं। मान ने कहा कि खैहरा अब भी बोल सकते हैं केवल पद ही गया है. जुबान तो वहीं है।
उन्होंने प्रश्न किया, ‘खैहरा में अचानक पंजाबियत कैसे जाग गर्इ। खैहरा जैसे मौकाप्रस्त के हाथ पार्टी नहीं जानें दी जाएंगी।‘ उन्होंने खैहरा के समर्थन में आएं विधायकों को वापस पार्टी में आने की अपील की है। मान ने कहा कि मैं नाराज पार्टी विधायक को अपने साथ ले लूंगा। पंजाब में पार्टी को बचाने के लिए चौराहों पर झाड़ू लगाने के लिए भी तैयार हूं।
मान ने कहा कि जब मैं बीमार थे तो मेरे ख़िलाफ़ बयानबाजी हुर्इ, जबकि मैं चुप था लेकिन मेरी चुप्पी को ही इन्होंने मेरी कमजोरी समझ लिया।
पंजाब में आप द्वारा सुखपाल खैहरा को विधानसभा में विपक्ष के नेता पद से हटाए जाने के बाद से पार्टी में बगावत के सुर तेज हो गए हैं। पार्टी के कुल 20 विधायकों में से 7 सुखपाल खैहरा के समर्थन में खुलकर आगे आ गए हैं।