लखनऊ से चली आईआरसीटीसी की पहली ट्रेन 'तेजस', जानें इसका किराया, टाइमिंग और सुविधाएं
लखनऊ से दिल्ली और दिल्ली से लखनऊ तक का सफर करने के लिए अब लोगों का इंतजार खत्म हो गया है। आज यानी शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लखनऊ जंक्शन से तेजस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। लखनऊ से चली आईआरसीटीसी की पहली ट्रेन ‘तेजस एक्सप्रेस’ के जरिए लगभग सवा छह घंटे में पूरा किया जा सकता है वहीं, जबकि स्वर्ण शताब्दी को यह सफर तय करने में 6 घंटे 40 मिनट का समय लगता है। तेजस देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन है और इसका परिचालान भारतीय रेलवे की सहायक कंपनी आईआरसीटीसी कर रही है।
तेजस के लिए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री पीयूष गोयल को धन्यवाद दिया। उन्होंने तेजस एक्सप्रेस में यात्रा करने वाले लोगों को भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि ये देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन है। मुझे उम्मीद है कि ऐसे और भी कदम उठाए जाएंगे ताकि दूसरे शहरों को इस माध्यम से जोड़ा जा सके।
तेजस एक्सप्रेस नयेपन का प्रतीक है- सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज का युग प्रतिस्पर्धा का है। स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा से नयापन आता है और तेजस एक्सप्रेस इसी नयेपन का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि बदलाव हमेशा अच्छे के लिए होता है। योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार चाहती है कि आगरा से वाराणसी तक फास्ट ट्रेक कारीडोर बने। उन्होंने कहा की अगर भारतीय रेलवे बोर्ड इस पर कार्य करने को तैयार होता है तो आगरा से वाराणसी के बीच जमीन का खर्चा राज्य सरकार उठाएगी।
तेजस के केवल ये दो स्टॉपेज होंगे
जिस दौरान तेजस लखनऊ से नई दिल्ली के लिए रवाना हुई उस समय ट्रेन में करीब 400 यात्री सवार थे। इस स्पेशल ट्रेन का नंबर 00501 है। यह ट्रेन बीच में केवल कानपुर और गाजियाबाद में रुकेगी। नियमित रूप से ट्रेन छह अक्टूबर से चलेगी। ट्रेन मंगलवार को छोड़कर सप्ताह में 6 दिन चलेगी।
इस ट्रेन में यात्रियों को मिलेंगी ये सुविधाएं
इस ट्रेन में खास बात यह है कि तेजस एक्सप्रेस में पैसेंजरों के लिए विमानों जैसी सुविधाएं हैं। इसके यात्रियों को ट्रेन के लेट होने पर मुआवजा भी मिलेगा। ट्रेन लखनऊ से सुबह छह बज कर दस मिनट पर रवाना होगी और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन दोपहर 12 बज कर 25 मिनट पर पहुंचेगी। ट्रेन वापसी में दिल्ली से तीन बजकर 35 मिनट पर रवाना होगी और दस बज कर पांच मिनट पर लखनऊ पहुंचेगी।
लेट होने पर मिलेगा मुआवजा
दिल्ली-लखनऊ तेजस एक्सप्रेस के यात्रियों को ट्रेन के विलंब होने पर मुआवजा दिया जाएगा। रेलवे की सहायक कंपनी आईआरसीटीसी ने मंगलवार को ही यह जानकारी दी थी। इसमें कहा गया कि एक घंटे से अधिक का विलंब होने पर 100 रुपये की राशि अदा की जाएगी, जबकि दो घंटे से अधिक की देरी होने पर 250 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
जानें कितना है किराया
अगर आप तेजस एक्सप्रेस के एसी चेयर कार में लखनऊ से दिल्ली तक सफर करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए 1,125 रुपये चुकाने होंगे। इसमें बेस फेयर 895 रुपये, 45 रुपये जीएसटी और 185 रुपये का कैटरिंग चार्ज शामिल है। इसी तरह अगर आप तेजस एक्सप्रेस के एग्जिक्युटिव चेयरकार में सफर करते हैं तो आपको इसके लिए 2,310 रुपये चुकाने होंगे। इसमें 1,966 रुपये बेस फेयर, 99 रुपये जीएसटी के साथ ही 245 रुपये कैटरिंग चार्ज के शामिल हैं।
इस दिन से सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर चलेगी
तेजस छह अक्टूबर से सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर लखनऊ जंक्शन से छूटकर 7 बजकर 20 मिनट पर कानपुर और वहां से 7 बजकर 25 मिनट पर चलकर 11 बजकर 43 मिनट पर गाजियाबाद पहुंचेगी। यहां से 11 बजकर 45 मिनट पर छूटकर 12 बजकर 25 मिनट पर नई दिल्ली पहुंचेगी। नई दिल्ली से ट्रेन शाम 4 बजकर 30 मिनट पर रवाना होकर शाम 5 बजकर 10 मिनट पर गाजियाबाद, रात 9 बजकर 30 मिनट पर कानपुर और रात 10 बजकर 45 मिनट पर लखनऊ आएगी। ट्रेन अप और डाउन दोनों रूटों पर गाजियाबाद और कानपुर में रुकेगी।
इस दिन नहीं चलेगी तेजस
तेजस दिल्ली-लखनऊ दोनों ओर से मंगलवार को छोड़कर सप्ताह के हर दिन यानी सोम, बुध, गुरु, शुक्र, शनि और रविवार को चलेगी। तेजस ट्रेन में एसी चेयरकार और एग्जिक्युटिव चेयरकार, दो तरह की बोगियां होगीं। दरअसल, तेजस एयर कंडीशनंड चेयर कार्स कैटिगरी की ट्रेन है और शताब्दी एक्सप्रेस से भी ज्यादा प्रीमियम है।