यूपी में न तो कानून बचा है न व्यवस्था, प्रदेश ने ऐसा कुशासन पहले कभी नहीं देखा: अखिलेश
उत्तर प्रदेश के बागपत जिले की जेल में सोमवार को कुख्यात डॉन प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद से राज्य की योगी सरकार की कानून-व्यवस्था पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने इस मामले को लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है।
प्रदेश की जनता इस भय के माहौल में बहुत डरी-सहमी है: अखिलेश
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा,'आज यूपी में न तो कानून बचा है न व्यवस्था। हर तरफ दहशत का वातावरण है। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि वो जेल तक में हत्याएं कर रहे हैं। ये सरकार की विफलता है। प्रदेश की जनता इस भय के माहौल में बहुत डरी-सहमी है। प्रदेश ने ऐसा कुशासन व अराजकता का दौर पहले कभी नहीं देखा।'
राज्य में कानून-व्यवस्था की कलई खुल गई: कांग्रेस
इस मामले पर राज्य की योगी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कांग्रेस ने कहा कि यूपी में जिस तरह से जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या हुई है उससे राज्य में कानून-व्यवस्था की कलई खुल गई है।
9 जून को जेल में की गई मुन्ना बजरंगी की हत्या
कुख्यात डॉन मुन्ना बजरंगी की 9 जून को बागपत जेल में हत्या कर दी गई। 9 जून को ही पूर्व बसपा विधायक लोकेश दीक्षित से रंगदारी मांगने के आरोप में बागपत कोर्ट में मुन्ना बजरंगी की पेशी होनी थी। मुन्ना बजरंगी को रविवार झांसी जेल से बागपत लाया गया था। उसे तन्हाई बैरक में कुख्यात सुनील राठी ओर विक्की सुंहेड़ा के साथ रखा गया था।
एक्शन में आई योगी सरकार
इस हत्या के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने बागपत जिला जेल के जेलर, डिप्टी जेलर सहित चार कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है और न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। सीएम ने कहा कि जेल परिसर के अंदर होने वाली ऐसी घटना एक गंभीर बात है। जिम्मेदार लोगों के खिलाफ जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।
‘सुनील राठी का नाम आया सामने’
लखनऊ में राज्य के पुलिस उपमहानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) प्रवीन कुमार ने बताया कि शुरुआती जांच हत्या में कुख्यात अपराधी सुनील राठी का नाम सामने आ रहा है। सुनील राठी यूपी के साथ उत्तराखंड में सक्रिय है। सुनील की मां राजबाला छपरौली से बसपा से चुनाव लड़ चुकी है।