यूपी की जेलों में मिल रहीं सभी सुविधाएं, अपराधियों की मौज
उत्तर प्रदेश की जेलों में अपराधियों को सभी तरह की सुविधाएं मुहैय्या कराई जा रही हैं। इसका खुलासा खुद लगातार जेलों से हो रहे वायरल वीडियो से हो रहा है। पहले नैनी जेल, फिर रायबरेली जेल, सुल्तानपुर जेल और अब उन्नाव जेल की वायरल तस्वीरें यूपी की जेलों की हकीकत बयां करने के लिए काफी हैं।
अब जिला जेल उन्नाव में पार्टी करते बंदियों के चार वीडियो वायरल हुए हैं। बंदी योगी आदित्यनाथ सरकार को चुनौती दे रहे हैं। इनमें एक बैरक के भीतर पार्टी के दौरान शराब परोसने, दूसरा असलहों के साथ दबंगई दिखाने का है। बुधवार को वायरल वीडियो में दो बंदी कह रहे हैं कि जेल में जो बोलेगा, उसे मार दिया जाएगा और जो बाहर बोलेगा उसे भी मार दिया जाएगा। यही नहीं, किसी अंशुल दीक्षित हिस्ट्रीशीटर के बारे में बात की गई तो वहीं आगे का क्या प्रोगाम है, इस पर मंडली लगी दिखी। एक बंदी कह रहा है, 'मेरठ हो या उन्नाव, योगी सरकार क्या बिगाड़ पाई। जेल हमारे लिए कार्यालय होते हैं।'
मेरठ का अमरेश सिंह और रायबरेली का देवप्रताप सिंह उर्फ गौरव (अंकुर) उन्नाव जेल में बैरक नंबर 17 में बंद हैं। दोनों हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा भुगत रहे हैं। वीडियो में दोनों दंबगई दिखाते नजर आ रहे हैं। दो मिनट 21 सेकेंड के चार वीडियो में एक क्लिपिंग एक मिनट की है। बाकी 20 से 31 सेकेंड की हैं।
उन्नाव जेल से वायरल वीडियो पर गृह विभाग का हास्यापद बयान सामने आया है। गृह विभाग ने तमंचे को मिट्टी का खिलौना बताया है और बंदियों की पार्टी में दिख रही बोतल में शराब को तेल बताया है। विभाग की ओर से पूरी घटना सामान्य है। जेल में कुछ कर्मचारियों की मदद से जेल प्रशासन पर दबाव बनाने के उद्देश्य से इन लोगों ने ऐसा किया है। इसमें चार जेल बंदी रक्षकों की संलिप्तता मिली है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
बस! तबादले से रुकेंगी जेलों अवैध गतिविधियां
जेल में हत्या और मोबाइल सहित कई आपत्तिजनक वस्तुएं पहुंचने के बाद जेल प्रशासन इस पर रोक लगाने में नाकाम साबित हो रहा है। उन्नाव जेल में वायरल हुए वीडियो के बाद मददगार बने चारों जेल कर्मियों का सिर्फ तबादला किया गया है। हेड मुहर्रिर माता प्रसाद महाराजगंज जेल, हेमराज वाराणसी सेंट्रल जेल, जेल मोहर्रिर सलीम खान को बस्ती जेल और अवधेश साहू का वाराणसी ज्ञानपुर जेल ट्रांसफर किया गया। दोषी जेल कर्मियों के साथ दोनों अपराधियों के जेल बदलने की भी सिफारिश की गई है। दोनों बंदियों की जेल बदलने के लिए गृह जेल प्रशासन ने शासन को पत्र लिखा है। रायबरेली के कुख्यात अपराधी अंकुर सिंह को पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जेल, और मेरठ के गैंगस्टर देव प्रताप उर्फ गौरव प्रताप सिंह का पूर्वांचल की जेल भेजने की सिफारिश की गई है।
जेलों में मोबाइल का प्रचलन गंभीर चिंता का विषय: डीजी जेल
डीजी जेल आनंद कुमार का कहना है कि उन्नाव जेल में जो वीडियो सामने आया है, उसमें विभागीय जांच बैठाई गई है, जांच के बाद जो भी जेल कर्मी और अधिकारी इसमें शामिल हैं, उनकी जिम्मेदारी तय कर कार्यवाही होगी। फरवरी माह का पुराना वीडियो है, जांच में इसकी पुष्टि हुई है। आरोपी अमरीश ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि इसी मोबाइल से मेरठ में व्यापारी को धमकी दी गई थी। मेरठ पुलिस ने उस वक्त जेल में छापा मारकर मोबाइल रिकवर किया था। आरोपी अमरीश ने स्वीकार किया है कि वीडियो सूट करके कई लोगों को भेजा गया। जेलों में मोबाइल का प्रचलन गंभीर चिंता का विषय है। जेलों में घटनाएं न हों, मोबाइल के इस्तेमाल पर रोक लगे, इसे लेकर सभी जेलों में अधिकारियों को खास रणनीति बनाने के आदेश दिए गए हैं। मामले में चार लोगों पर कार्यवाही भी की गई है।