VIDEO: जब बीच सड़क आईजी और एएसपी से उलझ गए योगी के विधायक
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के एक विधायक सरेआम पुलिस अधिकारियों से उलझते नजर आए। मामला इलाहाबाद का है, जहां भाजपा विधायक हर्षवर्धन वाजपेयी और आईजी रामित शर्मा, एएसपी सुकीर्ति माधव के बीच नोक-झोंक हुई।
एएनआई के मुताबिक, हर्षवर्धन वाजपेयी शनिवार को इलाहाबाद के पूर्व मेयर चौधरी जितेंद्र नाथ सिंह के घर जा रहे थे तभी उनकी गाड़ी रोक ली गई। इस पर विधायक जी भड़क गए। कार में बैठकर ही वह सड़क पर ही वो आईजी और एएसपी से भिड़ गए, जिसका वीडियो सामने आया है। ज्यादातर बातचीत अंग्रेजी में हुई। वीडियो में जो बातें सुनाई दे रही हैं, वह कमोबेश इस प्रकार हैं-
आईजी- शांत हो जाइए
एएसपी- मैंने आपको रिक्वेस्ट किया कि नहीं?
विधायक- आप बात सुन लें बात क्या हुई...
आईजी- प्लीज शांत हो जाइए...
विधायक- पहले मेरी बात सुन लें शर्मा जी...
आईजी- आप उतरकर बाहर आइए...
विधायक- उतर के काहे आएं भाई?
आईजी- आप कार से बाहर आइए...
विधायक- मुझे कार्यक्रम में बुलाया गया है...
आईजी- लोग फोटोग्राफ ले रहे हैं, बेवजह में...
विधायक- तो कंट्रोल कीजिए इन्हें...
एएसपी- मैंने कुछ गलत नहीं किया, मैंने आपसे रिक्वेस्ट किया था.
विधायक- इन्होंने कमिश्नर को जाने दिया, लेकिन मुझे नहीं जाने दिया...
एएसपी- मैं किसी को इजाजत देने वाला कौन होता हूं...
आईजी- ये आपके साथ ही क्यों होता है...
विधायक- क्योंकि मैं हमेशा मौजूद रहता हूं, दूसरे लोग आते ही नहीं.
देखें वीडियो-
#WATCH: Allahabad BJP MLA Harshvardhan Bajpai argues with IG Ramit Sharma & ASP Sukirti Madhav after his vehicle was stopped when he was arriving at the residence of former Allahabad Mayor Chaudhary Jitendra Nath Singh. (07.07.2018) pic.twitter.com/i2ZXlsfQIr
— ANI UP (@ANINewsUP) July 8, 2018
पहले पुलिस अधिकारी को बताया था 'लातों के भूत'
यह पहली बार नहीं है जब हर्षवर्धन वाजपेयी ने पुलिस के साथ बदजुबानी की हो, बल्कि इससे पहले भी वो पुलिस अधिकारियों को धमका चुके हैं। इससे पहले इलाहाबाद में सीएम योगी की मीटिंग में शामिल होने के लिए जाते समय पुलिस अधिकारी उन्हें पहचान नहीं पाए थे, जिसके बाद उन्होंने अधिकारी को 'लातों के भूत' बताया था और कहा था कि लातों के भूत बातों से नहीं मानते।
कौन हैं हर्षवर्धन वाजपेयी?
हर्षवर्धन वाजपेयी ने पहली बार इलाहाबाद शहर उत्तरी से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। हालांकि, कांग्रेस के उम्मीदवार अनुग्रह नारायण सिंह ने उन्हें हरा दिया था। इसके बाद 2017 में वह पहली बार विधायक चुने गए। हर्षवर्धन की मां रंजना वाजपेयी समाजवादी पार्टी की महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष रही थीं। दादी राजेंद्र कुमारी वाजपेयी केंद्रीय मंत्री रह चुकी है। हर्षवर्धन वाजपेयी ने बीटेक की पढ़ाई की है।