मणिपुर हिंसा के बीच अमित शाह ने महाराष्ट्र में चुनावी रैलियां रद्द कीं, दिल्ली वापस लौटे
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को महाराष्ट्र में अपनी रैलियां रद्द कर दीं और मणिपुर में स्थिति अस्थिर रहने के कारण दिल्ली लौट गए। गौरतलब है कि मणिपुर में स्थिति चिंताजनक हो गई है और विपक्षी पार्टियों फिर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि गृह मंत्री पूर्वोत्तर राज्य की स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक कर सकते हैं।
गुस्साई भीड़ ने शनिवार रात इंफाल घाटी के विभिन्न जिलों में तीन और भाजपा विधायकों, जिनमें से एक वरिष्ठ मंत्री हैं, और एक कांग्रेस विधायक के आवासों में आग लगा दी, जबकि सुरक्षा बलों ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के पैतृक आवास पर धावा बोलने की प्रदर्शनकारियों की कोशिश को विफल कर दिया।
सूत्रों ने बताया कि शाह को महाराष्ट्र में भाजपा के अभियान के तहत कुछ चुनावी रैलियों में शामिल होना था, लेकिन उन्होंने उन्हें रद्द कर दिया है और राष्ट्रीय राजधानी लौट रहे हैं।
हालांकि मंत्री की रैलियों को रद्द करने के पीछे के कारण के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों ने संकेत दिया है कि यह मणिपुर में अस्थिर स्थिति के कारण हो सकता है।
सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री मणिपुर की स्थिति की समीक्षा के लिए दिल्ली में शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि स्थिति का आकलन करने तथा स्थिति से निपटने में राज्य सरकार की सहायता करने के लिए केंद्रीय सुरक्षा अधिकारियों का एक दल शीघ्र ही मणिपुर का दौरा करेगा।
हिंसा की ताजा घटनाएं शनिवार रात को हुईं, जबकि जिरीबाम जिले में उग्रवादियों द्वारा तीन महिलाओं और बच्चों की हत्या से आक्रोशित लोगों ने दिन में तीन राज्य मंत्रियों और छह विधायकों के आवासों पर हमला किया था, जिसके बाद अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया था।
अधिकारियों के मुताबिक, गुस्साई भीड़ ने निंगथौखोंग में लोक निर्माण मंत्री गोविंददास कोंथौजम, लंगमेइदोंग बाजार में हियांगलाम के भाजपा विधायक वाई.राधेश्याम, थौबल जिले में वांगजिंग तेन्था के भाजपा विधायक पोनम ब्रोजेन और इंफाल पूर्वी जिले में खुंद्रकपम के कांग्रेस विधायक थोकचोम लोकेश्वर के घरों को आग लगा दी।
रविवार की सुबह इम्फाल घाटी के सभी पांच जिलों में तनावपूर्ण शांति रही, जहां जिरीबाम में आतंकवादियों द्वारा कथित रूप से अपहृत और मारे गए छह लोगों के शव मिलने के बाद हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया था और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं।