बारिश से तमिलनाडु बेहाल, राहत व बचाव में जुटी सेना
बारिश के पानी ने ताम्बरम में एक बड़े इलाके को भी पूरी तरह अपनी चपेट में ले लिया है। हालांकि आज नए सिरे से बारिश नहीं हुई है। जिला प्रशासन की अपील पर कांचीपुरम के मुदिचुर में भारतीय सेना की मद्रास 4 रेजीमेंट के कर्मियों को सेवा में लगाया गया है। वायुसेना कर्मियों ने भी फंसे नागरिकों को निकालने के लिए उड़ानें भरी हैं। अधिकारियों ने बताया कि मोदिचुर में झीलों और तालाबों से अतिरिक्त पानी उपनगर ताम्बरम इलाके में घुस गया जिससे शहर के कई हिस्से पानी में डूब गए। सेना और वायुसेना के जवान बचाव कार्यों में जिला प्रशासन की मदद कर रहे हैं। वहीं ताम्बरम एयरफोर्स स्टेशन से भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टरों ने बीती रात छह उड़ानें भरीं और 22 लोगों को निकाला। खाने के पैकेट तथा पानी की बोतलें भी लोगों के लिए गिराई गईं। अधिकारियों ने जानकारी दी कि सेना अब लोगों को वहां से निकालने के अभियान में जुटी है।
नौसेना और तटरक्षक के जवान भी उनका इस काम में साथ दे रहे हैं। तटरक्षक के हेलीकाप्टर ने फंसे हुए लोगों के लिए 500 किलो ब्रेड, बिस्कुट समेत खाद्य सामग्री और पेयजल गिराया है। नौसेना पहले ही गोताखोरों, तैराकों और नौकाओं से लैस एक दल को राहत कार्य के लिए भेज चुकी है। वायुसेना ने भी आईएनएस राजाली से एक हेलीकॉप्टर को पूरी तरह तैयार रखा है ताकि किसी भी समय उसे मदद के लिए भेजा जा सके।
राज्य में भारी बारिश की वजह से अलग-अलग जिलों में 8 और लोगों की मौत होने की खबर मिलने के बाद मरने वालों की कुल संख्या 79 पहुंच गई है। इस बीच, मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि अगले एक-दो दिनों में कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पड़ने पर छिटपुट वर्षा होगी। कल शाम से राज्य के बारिश से निजात मिली है। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने मारे गए आठ लोगों के निकट संबंधियों के लिए चार लाख रूपये की सहायता की घोषणा की है। विपक्षी द्रमुक ने भी राहत कार्य के लिए एक करोड़ रूपये देने की घोषणा की है। जयललिता ने कल ही राहत और पुनर्वास कार्य के लिए 500 करोड़ रूपये की राशि जारी करने की घोषणा की है।