असम में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या 90 पार, 100 से ज्यादा गंभीर
असम के गोलाघाट जिले के एक चाय बागान में जहरीली शराब पीने के बाद अब तक करीब 93 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में कई महिलाएं भी शामिल हैं। शनिवार तक यह संख्या 85 थी, मगर मृतकों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। अब भी जोरहाट और गोलाघाट जिले के अस्पतालों में 100 से ज्यादा लोग जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। बताया जा रहा है कि मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, 250 से ज्यादा लोगों ने गुरुवार को चाय के एक बागान में शराब पी थी और शराब को एक ही दुकानदार से खरीदा गया था। ये लोग सालीमीरा चाय बागान में काम करते थे। पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। घटना को लेकर जिले के दो आबकारी अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
खुमतई से भाजपा विधायक मृणाल सैकिया ने बताया कि 100 से अधिक लोगों ने शराब पी थी और इसके एक ही विक्रेता से खरीदे जाने का संदेह है। बीमार पड़े लोगों का इलाज कर रहे एक चिकित्सक ने बताया कि देशी जहरीली शराब पीने की वजह से ये मौतें हुईं और अस्पताल लाए गए ज्यादातर लोगों की हालत गंभीर है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, गुरुवार रात कई लोगों ने एक दुकानदार से शराब खरीदकर पी थी। उनमें से कई लोग तुरंत बीमार पड़ गए। कहा जा रहा है कि कई लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती नहीं हुए हैं।
आबकारी मंत्री ने दिए जांच के आदेश
असम के आबकारी मंत्री परिमल शुक्लाबैद्य ने जांच के आदेश दिए हैं। शुक्लाबैद्य ने कहा, ‘सरकार ने दो आबकारी अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदार पाते हुए निलंबित कर दिया है। हमने अतिरिक्त आयुक्त संजीव मेढी की अगुआई में आबकारी विभाग की चार सदस्यीय समिति को इसकी जांच करने का निर्देश दिया है।’समिति को जांच रिपोर्ट तीन दिनों में पेश करने का निर्देश दिया गया है।
कांग्रेस ने मांगा आबकारी मंत्री का इस्तीफा
इस घटना को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। कांग्रेस विधायक रूपज्योति कुर्मी ने आबकारी मंत्री के इस्तीफे की मांग की है और मुख्यमंत्री से मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा देने का अनुरोध किया है।
जहरीली शराब से उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड में 100 से ज्यादा की मौत
अभी कुछ दिनों पहले ही उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और बिहार में जहरीली शराब पीने से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। उत्तराखंड के रुड़की में 31, सहारनपुर में 64 और कुशीनगर में करीब 8 लोगों की मौत हुई थी। इन मौतों के बाद योगी सरकार ने अवैध शराब के खिलाफ पूरे प्रदेश में अभियान शुरू किया था। इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था।