गुरु ग्रंथ विवाद केस: प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर सिंह बादल और अक्षय कुमार को समन जारी
तीन साल पहले पंजाब के फरीदकोट के बरगाड़ी गांव में सिखों के पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान के मामले की जांच के लिए गठित स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) की जांच निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। एसआईटी ने इस मामले में प्रदेश के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल, उनके बेटे सुखबीर सिंह बादल और बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार को पूछताछ के लिए तलब किया है।
21 नवंबर को पूछताछ के लिए अमृतसर के सर्किट हाउस बुलाया
एसआईटी ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को 16 नवंबर, सुखबीर सिंह बादल को 19 नवंबर और अक्षय कुमार को 21 नवंबर को पूछताछ के लिए अमृतसर सर्किट हाउस में बुलाया है। एसआईटी के आईजी कुंवर विजय प्रताप सिंह ने जानकारी देते हुए बताया, '2015 में हुए बेअदबी के विभिन्न मामलों और फायरिंग के बाद कोटकपुरा थाने में दर्ज मामले के संबंध में तीनों को समन जारी किए गए हैं। बरगाड़ी में अपमान और कोटकपुरा तथा बहिबल कलां में फायरिंग के संबंध में जांच के लिए सभी को उपस्थित रहने को कहा गया है।'
एफआईआर नंबर 129 के तहत एसआईटी जारी किया समन
एसआईटी ने वर्ष 2015 के दौरान विभिन्न जगहों पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटनाओं के बाद के माहौल व उसके बाद बरगाड़ी व कोटकपूरा में हुई पुलिस फायरिंग की घटनाओं की जांच से संबंधित जिला फरीदकोट के थाना कोटकपूरा में दर्ज एफआईआर नंबर 129 के तहत ही समन जारी किए हैं।
ये समन सीआरपीसी की धारा 160 के तहत जारी किए गए हैं। एसआईटी द्वारा इससे पहले अपनी जांच में जूनियर रैंक के 50 निजी व्यक्तियों और 30 से अधिक पुलिस अधिकारियों को भी शामिल कर चुकी है।
अक्षय कुमार पर ये हैं आरोप
इस मामले में एक्टर अक्षय कुमार पर जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट में संगीन आरोप लगे थे। आरोपों के मुताबिक, अक्षय ने 20 सितंबर 2015 को अपने फ्लैट पर तत्कालीन डेप्युटी सीएम सुखबीर सिंह बादल और डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम के बीच बैठक करवाई। इस दौरान श्री तख्त दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरमुख सिंह भी मौजूद थे। इसी मीटिंग के दौरान ही डेरा प्रमुख की फिल्म को पंजाब में रिलीज करने पर मुहर लगी। हालांकि अक्षय इन आरोपों को नकारते रहे हैं। अक्षय ने अपनी सफाई में कहा था कि अपने पूरे जीवन में वह कभी भी राम रहीम से नहीं मिले हैं।