बंगाली समाज बीजेपी का लगाएंगे बेड़ा पार, ममता को हराने की नई रणनीति
भारतीय जनता पार्टी अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव के लिए कई मोर्चों पर एक साथ काम कर रही है। उस चुनाव का एक मोर्चा मध्य प्रदेश में भी खोला गया है। प्रदेश में रहने वाले बंगाली समुदाय के लोगों को अपने पक्ष में करने के लिए मध्य प्रदेश भाजपा के नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है। भाजपा बड़ी संख्या में यहां के बंगाली नेताओं को पश्चिम बंगाल भी ले जाने की तैयारी कर रहीहै।
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और पर्यटन विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष तपन भौमिक को इसी जिम्मेदारी दी गई है। इसके अंतर्गत पार्टी प्रदेश के बड़े शहरों में काम कर रहे बंगाली संगठनों के साथ बैठक करेगी। भोपाल के 12 बंगाली संगठनों के साथ तो नरोत्तम मिश्रा बैठक कर भी चुके है, जिसमें राष्ट्रवाद का संदेश प. बंगाल तक पहुंचाने की अपील की गई। पार्टी का प्रयास है कि यहां रहने वाले बंगाली समाज के लोग प. बंगाल में अपने नाते-रिश्तेदारों तक यह बात पहुंचाएं कि तृणमूल कांग्रेस नहीं बल्कि बीजेपी का साथ देने में उनके हितों की रक्षा होगी।
नरोत्तम मिश्रा मध्य प्रदेश में बंगाली समाज को एकजुट करने की कवायद में जुट गये हैं। इसी सिलसिले में उन्होंने फिल्म अभिनेत्री जया बच्चन की मां और अमिताभ बच्चन की सास इंदिरा भादुड़ी से मुलाकात भी की है। वे मूल रूप से बंगाल की रहने वाली है। भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ प्रचार करने के लिए भोपाल से बंगाली समाज के लोगों की एक स्पेशल ट्रेन कोलकाता ले जाने की योजना भी बनाई है। पार्टी एक विस्तृत योजना पर काम कर रही है कि ममता के गढ़ में सेंध लगाने के लिए मप्र में रहने वाले बंगाली समाज का सहयोग कैसे लिया जा सकता है।
बीजेपी ने ममता बनर्जी के गढ़ पश्चिम बंगाल को भेदने के लिए फामूर्ला २३ बनाया है। पार्टी ने पहले बंगाल के 23 जिलों में जीत दर्ज करने के लिए 5 केंद्रीय पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया था। अब इनकी संख्या बढ़ाकर 12 कर दी है। नए 7 पर्यवेक्षकों में मध्य प्रदेश से केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल और मप्र के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को शामिल किया गया है। मिश्रा पिछले एक माह से बंगाल के लगातार दौरे कर रहे हैं। अब पार्टी ने पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी है। विजयवर्गीय सहित तीनों नेता की रिपोर्टिंग सीधे राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को होगी।