तेजस्वी ने चुनाव आयोग पर उठाए सवाल तो सोशल मीडिया पर उठी मांग- 'बिहार चुनाव की फिर से हो मतगणना'
बिहार विधानसभा चुनाव का परिणाम आ चुका है। इस चुनाव में एनडीए को बहुमत मिला है। वहीं, महागठबंधन लगातार मतगणना के दौरान धांधली का आरोप लगा रही है। गुरुवार को तेजस्वी यादव ने भी सीधे तौर पर चुनाव आयोग पर सवाल उठाए। 10 नवंबर को हुए मतगणना के दौरान देर शाम राजद ने चुनाव आयोग से शिकायत भी की थी। अब सोशल मीडिया पर "हैश-टैग रिकाउंटिंग बिहार इलेक्शन" के साथ फिर से मतगणना की मांग की जा रही है। लोग तेजस्वी यादव के स्पोर्ट में ट्वीटर पर पोस्ट कर रहे हैं। कई सारे मिम्स भी शेयर किए जा रहे हैं।
ट्वीटर पर एक रवि कुमार मीना नाम के एक यूजर ने तेजस्वी यादव की फोटो शेयर करते हुए लिखा, “देश के सबसे युवा नेता को शुभकामनाएं। हैश-टैग रिकाउंटिंग बिहार इलेक्शन”
All the best to the Youngest leader of our country.@yadavtejashwi #Recounting_Bihar_Election pic.twitter.com/69qJFKdgrU
— Ravi Kumar Meena (@RaviKum29652071) November 12, 2020
प्रसिद्ध पत्रकार दिलीप मंडल ने भी हैश-टैग बिहार रिकाउंटिंग इलेक्शन के साथ एक पोस्ट शेयर किया जिसे रिट्वीट करते हुए अनुमा विदिशा ने अपने वेरीफाइड अकाउंट से ट्वीट किया और लिखा, “हमें फिर से बिहार चुनाव की मतगणना की मांग करनी चाहिए।“
We must continue to demand for #Recounting_Bihar_Election https://t.co/zlS8HeRVfU
— Wg Cdr Anuma Acharya (Retd) (@AnumaVidisha) November 12, 2020
एक अन्य यूजर ने एक मिम शेयर करते हुए अमित शाह पर निशाना साधा, मिम में लिखा हुआ है, "धीरे-धीरे हैक करो। मुकाबला कांटे का दिखना चाहिए।"
Amit shah in every Election.#kunalkamra #Recounting_Bihar_Election pic.twitter.com/Wjbf1RAaYD
— Night Blood
दरअसल, मतगणना के दौरान शुरूआती रूझान में महागठबंधन काफी तेजी से आगे बढ़ती हुई दिखाई दे रही थी और ऐसा लग रहा था कि विभिन्न न्यूज चैनलों द्वारा जारी किए एक एग्जिट पोल्स के मुताबिक राज्य में महागठबंधन की अगुवाई में राजद नेता तेजस्वी यादव की सरकार बनने जा रही है और एनडीए बहुमत को नहीं छू पाएगी। लेकिन, चढ़ते दिन के साथ पासा पलट गया और एक बार फिर से एनडीए की अगुवाई में नीतीश कुमार की सरकार बनती दिखाई देने लगी। तब राजद और महागठबंधन के कई नेताओं और प्रो. मनोज झा ने चुनाव आयोग और राज्य प्रशासन के अधिकारियों पर गंभीर सवाल खड़े किए थे। हालांकि, अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस ने चुनाव आयोग ने इन आरोपों का खंडन किया था। राजद नेताओं और मनोज झा ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत भी की थी।