बिहार पुलिस ने किया साइको किलर को गिरफ्तार, पिता के हत्यारे को मारी थीं 32 गोलियां
बिहार पुलिस ने एक ऐसे साइको किलर को गिरफ्तार किया है, जो 20 से ज्यादा हत्या करने का आरोपी है। उसके साथ पुलिस ने पटना के फुलवारीशरीफ के रहने वाले स्मैक तस्कर अल्तमस को भी पकड़ा गया है। साइको किलर राजद के पूर्व एमएलसी ललन श्रीवास्तव का बेटा है। इनकी गिरफ्तारी महनार इलाके से की गई है। दोनों के कब्जे से पुलिस ने लगभग 20 किलो गांजा बरामद किया है। पूछताछ के बाद पुलिस ने दोनों को शुक्रवार को ही हाजीपुर मंडलकारा भेज दिया।
वैशाली पुलिस की स्पेशल टीम, डिस्ट्रिक्ट इंटेलीजेंस यूनिट और महनार पुलिस गांजा तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में पुलिस को सूचना मिली कि कोई बड़ा अपराधी भारी मात्रा में गांजा लेकर आने वाला है। छापेमारी की कार्रवाई में दो तस्करों को पकड़ा गया। बिहार में अविनाश श्रीवास्तव का आतंक इस कदर है कि उसने अपने पिता के हत्यारे को 32 गोलियां मारी थीं। वह तीन घंटे तक लाश के पास ही बैठा रहा था और डर के मारे कोई उसके करीब तक नहीं गया था।
एसपी मनीष कुमार ने बताया कि महनार थाना क्षेत्र से दो अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कोई बड़ा अपराधी भारी मात्रा में गांजा के साथ आने वाला है। सूचना के बाद स्पेशल टीम का गठन किया गया। टीम दोनों आरोपितों को धर दबोचने में कामयाब रही। पकड़े जाने के बाद अविनाश की पहचान होने पर पुलिस टीम चौंक गई, क्योंकि अपराध जगत में यह साइको किलर, सीरियल किलर आदि नामों से चर्चित है।
अविनाश पटना के कंकड़बाग थाना क्षेत्र स्थित एमआईजी कॉलोनी का रहने वाला है। वह बिहार में 20 से अधिक हत्याओं का आरोपी है। इससे पहले वह 26 सितंबर 2020 को रक्सौल में गिरफ्तार हुआ था, लेकिन कुछ दिन पहले जमानत पर छूटने के बाद अपराध करने लगा।
अविनाश दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया से एमसीए है। इन्फोसिस कंपनी में वह 40 हजार रुपये प्रतिमाह के वेतन पर नौकरी भी कर चुका है। वर्ष 2002 में हाजीपुर में उसके पिता एवं तत्कालीन एमएलएसी ललन श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। पिता की हत्या का बदला लेने के लिए ही उसने हथियार उठा लिया। साल 2003 में अविनाश ने अपने पिता के हत्यारोपित मोइन खां उर्फ पप्पू खां को हाजीपुर में गोली मारकर हत्या कर दी। उसे 32 गोली मारी थी। इसके बाद उसने अपने पिता के हत्यारों को चुनचुन कर मारा।
कई हत्याओं के बाद जब उसकी तलाश तेज हुई, तो मां उसे लेकर सिलीगुड़ी चली गयी। इस बीच वह बिहार आकर हत्या, लूट और चोरी की घटना को अंजाम देता रहा। वर्ष 2016 में हाजीपुर के महुआ थाना क्षेत्र के हरपुर बेलवा स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में चोरी करते उसे पकड़ा गया। उस समय जब पुलिस ने उसके बारे में पूछा तो उसने कहा कि गूगल में साइको किलर अमित सर्च करिये। जब पुलिस ने सर्च किया, तो पुलिस के होश उड़ गये, जबकि अविनाश खुश हो गया। उसने कहा कि फिल्म गैंग ऑफ वासेपुर में उसके ब्रस्ट फायर (दनादन गोली दागना) वाले क्लाइमेक्स को चोरी कर लिया गया है। इसके बाद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था।