हिमाचल में बर्ड फ्लू की दस्तक; पौंग झील में 1700 पक्षियों की मौत, पर्यटकों की एंट्री बंद
कोरोना संकट के बीच राजस्थान, मध्यप्रदेश और केरल के बाद अब हिमाचल प्रदेश में भी बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। कांगड़ा के पौंग झील में 1775 से अधिक प्रवासी पक्षियों की मौत हो गई है। जिला प्रशासन ने पौंग झील के एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले क्षेत्र को अलर्ट जोन घोषित कर दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि मृत पक्षी बर्ड फ्लू से संक्रमित पाए गए हैं। इसके बाद कांगड़ा जिला प्रशासन ने जिले के फतेहपुर, देहरा, जवाली और इंदौरा उप मंडल में मुर्गी, बत्तक, हर प्रजाति की मछली और उससे संबंधित उत्पादों जैसे अंडे, मांस, चिकन आदि की ब्रिकी पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रशासन ने पर्यटकों के भी इन क्षेत्रों में जाने पर रोक लगा दी है।
बता दें कि कांगड़ा के पौंग जलाशय में इन प्रवासी पक्षियों की सेंक्चुरी बनाई गई है। यहां हर साल साइबेरिया और मध्य एशिया के ठंडे इलाकों से सर्दियों में लाखों की संख्या में परिंदे आते हैं और फरवरी-मार्च तक रहते हैं और इसके बाद वापस लौट जाते हैं।
हाल ही में राजस्थान में बर्ड फ्लू की चेतावनी दी गई थी, जहां आधा दर्जन जिलों में 250 कौवे मृत मिले थे। मध्यप्रदेश के इंदौर में भी मरे कौवों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। केरल के अलप्पुझा एवं कोट्टायम जिलों के कुछ हिस्सों में भी बर्ड फ्लू की खबरें आई थी। इसके बाद अधिकारियों ने प्रभावित इलाकों के एक किलोमीटर के दायरे में बत्तकों एवं मुर्गियों को मारने का आदेश दिया था।