चेयरमैन बनने भाजपा नेता ने दे डाली 4.5 करोड़ रु. की रिश्वत
शर्मा पर हालांकि अभी कोई केस दर्ज नहीं किया गया है। मामले में जयपुर और नई दिल्ली में कुछ और लोगों की तलाश जारी है।
हिंदी के एक बड़े दैनिक ने रिश्वत खोरी के इस मामले का खुलासा किया जिसके बाद इस तरह की धर पकड़ की गई और अन्य लोगों की खोजबीन जारी है। रिश्वत देनेे के बाद सीताराम को फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिया गया था। जांच अधिकारी मनोज कुमार के अनुसार गहन स्तर पर कार्रवाई की जारी है। जल्द ही अन्य लोगों को पकड़ लिया जाएगा।
गौर हो कि सीताराम ने पूछताछ में बताया कि दिल्ली के एक बड़े व्यापारी एवं लाइजनरों ने उन्हें केंद्र में लालबत्ती दिलाने का झांसा दिया और दिल्ली में एक बड़े नेता से मिलवाया। इसके बाद दो किस्तों में साढ़े चार करोड़ रुपए ले लिए। सीताराम ने अपने बैंक खाते से आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रोस सेटलमेंट) के जरिए लाइजनर के बैंक अकाउंट में फंड ट्रांसफर कराया।
जांच अधिकारियों ने बताया कि सीताराम के जयपुर में बैंक खाते के दस्तावेज जब्त कर लिए गए हैं। उसके खाते से करीब 8 महीने पहले 2 करोड़ रुपए नई दिल्ली के कारोबारी नवीन गोयल के खाते में ट्रांसफर करना सामने आया है। इसके बाद अगस्त के पहले सप्ताह में 2.5 करोड़ रु. गोयल के खाते में ट्रांसफर किए गए। सीताराम शर्मा ने पूछताछ में बताया कि उसके परिचित राजकुमार ने उसे सुभाष शर्मा से मिलवाया था।