राजस्थान: भाजपा नेताओं ने मनाई कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल की पुण्यतिथि
देश में आपातकाल को लगे आज पूरे 43 साल हो गए हैं। इस उपलक्ष्य में भारतीय जनता पार्टी 'लोकतंत्र रक्षा संकल्प' जुलूस और कैंडल मार्च जैसे कार्यक्रम कर इमरजेंसी को लोकतंत्र के लिए काले दिवस के रूप में मना रही है। इधर, राजस्थान पुलिस के लिए सिरदर्द बना कुख्यात इनामी बदमाश आनंदपाल को लेकर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। प्रदेश में बीजेपी सरकार के ही मंत्री, चेयरमैन और दूसरे नेता कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल सिंह की पुण्यतिथि मना रहे हैं। आंनदपाल का एनकांउटर इसी बीजेपी सरकार के शासनकाल में हुआ था।
बीते साल 24 जून को रात के अंधेरे में एसओजी और पुलिस के संयुक्त एनकाउंटर में ढेर हुए इनामी बदमाश, जो कि कई हत्याओं, फिरौती वसूलने, ब्लैकमेल करने ओर अपहरण का आरोपी था, उस गैंगस्टर आनंदपाल की बीजेपी के ही नेता पुण्यतिथि मनाने में व्यस्त हैं।
भीलवाड़ा जिले में रावणा राजपूत समाज की ओर से आनंदपाल की पुण्यतिथि मनाने के साथ ही उसकी याद में रक्तदान शिविर के आयोजन में राजस्थान विधानसभा में बीजेपी के मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर शामिल हुए। वहीं, साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बाड़मेर से बीजेपी के टिकट पर प्रत्याशी रहीं प्रियंका चौधरी ने इसी रावणा राजपूत समाज द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत कर आनंदपाल को पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने समाज के लोगों को संबोधित भी किया। चौधरी के इस कृत्य से जहां बीजेपी की किरकिरी हो रही है, वहीं जाट समाज में भी उनको लेकर खासा रोष व्याप्त है। लोग उनकी फोटो के साथ अपने कमेंट्स सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं।
बीजेपी के मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर के अलावा भाजपा में भीलवाड़ा जिले में किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष उदयलाल भडाणा, डेयरी चेयरमैन रामपाल जाट, यहीं नगर पालिका के पूर्व सभापति ओमप्रकाश नाराणीवाल जैसे दिग्गज नेता भी शामिल हुए। इस कार्यक्रम में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर कालूलाल गुर्जर ने कहा कि रावणा राजपूत समाज का कार्यक्रम था, इसलिए बुलाने पर चला गया लेकिन जैसे ही पता चला कि कुख्यात गैंगस्टर आंनदपाल की पुण्यतिथि का कार्यक्रम है, मैं वापस लौट आया।
पूर्व मंत्री की पोती हैं चौधरी
बाड़मेर में बदमाश आनंदपाल की फोटो पर फूल चढ़ातीं प्रियंका चौधरी को लेकर समाज में कड़ा रोष है। उनकी फोटो को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के मैसेज वायरल हो रहे हैं। वहीं पार्टी में भी उनके खिलाफ विरोध के सुर मुखर हो गए हैं। प्रियंका चौधरी भाजपा सरकार में पूर्व राजस्व मंत्री गंगाराम चौधरी की पोती हैं। वो वर्तमान में बाड़मेर से यूआईटी चेयरमैन हैं और पिछली बार 2013 में बीजेपी के टिकट पर बाड़मेर सीट से चुनाव भी हार चुकी हैं। इसी सीट से वह फिर टिकट के लिए दावा ठोंक रही हैं।
आनंदपाल को लेकर काफी विवाद हो चुका है
राजस्थान का एक हार्डकोर अपराधी, कुख्यात गैंगस्टर, जिसने राजस्थान में लोगों के खून की होली खेली, उसको पिछले साल एक काली अंधेरी रात में चूरू के एक फार्म हाउस पर मार गिराया था। इस एनकांउटर को लेकर बड़ा विवाद हुआ था। रावणा राजपूत और राजपूत समाज के लोगों ने कई दिनों तक उसकी बॉडी नहीं ली थी। बाद में कोर्ट के आॅर्डर पर उसके शव को लिया गया, लेकिन अंतिम संस्कार नहीं किया गया था। समाज के लोगों द्वारा उसके लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें एक लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। मौके पर व्यवस्था बिगड़ने के कारण यहां पर पुलिस की गोली से दो लोगों की मौत हो गई थी। एक महिला पुलिस अधिकारी को असामाजिक तत्वों द्वारा बेइज्जत करने का प्रयास भी किया गया था। राज्य सरकार की इस मामले में काफी किरकिरी हुई थी। जो राजपूत समाज बीजेपी का हार्डकोर वोटबैंक था, वह नाराज हो गया था और आज भी कुछ लोगों द्वारा उसका राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास जारी है।
सीबीआई को देनी पड़ी थी जांच
राजूपत समाज के द्वारा आंनदपाल एनकांउटर को फर्जी करार देते हुए सीबीआई जांच, पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही और आनंदपाल को शहीद का दर्जा देने जैसी मांग की गई। सरकार ने आखिर केंद्र को सीबीआई जांच के लिए लिख दिया था। अब इस प्रकरण में सीबीआई जांच अपने अंतिम चरण में है। लेकिन जिस अपराधी को लेकर बीजेपी सरकार की किरकिरी हुई, उसी सरकार के लोग अब उसकी पुण्यतिथि मनाकर सरकार के कदम पर सवालिया निशान लगा रहे हैं।
कांग्रेस के नेता भी हुए शामिल
आनंदपाल एनकांउटर को एक साल पूरा हो गया है। इस सिलसिले में रावणा राजपूत समाज के द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में न केवल बीजेपी, बल्कि कांग्रेस के नेता भी शामिल हो रहे हैं। बाड़मेर में कांग्रेस के विधायक मेवाराम जैन, कांग्रेस के युवा नेता आजाद सिंह राठौड़ ने भी उसकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की है।