बीएसएफ परीक्षा टॉप करने वाले युवक को मिल रही हैं धमकियां, परिजनों को जान का खतरा
नबील ने अपने परिवार वालों की सुरक्षा को लेकर 14 मई को महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी को चिट्ठी भी लिखी। उन्होंने कहा, 'मेरे और मेरे परिवार के सदस्यों को हमेशा आतंकवादियों से धमकी मिलती रहती है। लेफ्टिनेंट उमर फयाज की हत्या के बाद मैं अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित हूं। मेरी मां जम्मू में अकेली रहती हैं जबकि मेरी बहन चंडीगढ़ में है। मैं अब चिंतित हूं क्योंकि आतंकवादी हमारे परिवारों को निशाना बना रहे हैं।'
बहन के लिए हॉस्टल व्यवस्था की मांग
नबील ने 14 मई को महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी को पत्र लिखकर निदा रफीक के लिए हॉस्टल सुविधा की व्यवस्था कराने के लिए कहा। उन्होंने लिखा कि चंडीगढ़ में सिविल इंजिनियरिंग की छात्रा उनकी बहन एक हॉस्टल में रह रही थी, लेकिन कॉलेज प्रशासन अब चाहता है कि वह कहीं और चली जाएं।
जानकारी के मुताबिक मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'मंत्री ने इस मामले को लेकर तुरंत कॉलेज प्रशासन से बात की जिन्होंने अब नबील की बहन को हॉस्टल में रहने की अनुमति दे दी है।
हथियार साथ ले जाने की अनुमति दी जाए
नबील के मुताबिक उन्होंने बीएसएफ में अपने वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि जवानों को छुट्टी पर जाने के समय अपने हथियार साथ ले जाने की अनुमति दी जाए खासतौर पर आतंकवाद प्रभावित इलाकों के लिए। उन्होंने कहा कि वह अगले दो महीने में अपने रिश्तेदार की शादी के लिए घर जाएंगे।
मेरी बहन सेना में शामिल होना चाहती है: नबील
नबील ने कहा, “हम (कश्मीरी) काफी विरोध के बावजूद सेना में शामिल हुए और अब कश्मीरी जवानों को मारने का चलन हमारे ऊपर तलवार बन कर लटका है। यह काफी चिंताजनक है।' उन्होंने कहा, 'मेरी बहन अब सुरक्षित है। उसके लिए दुआ कीजिए, वह जम्मू-कश्मीर से भारतीय सेना में शामिल होने वाली पहली महिला बनना चाहती है।”