बुरहान व़ानी की मौत का विरोध, कश्मीर की हिंसा में अब तक 16 की मौत
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि रविवार सुबह पुलवामा के नेवा में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पों में 18 साल का एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। उन्होंने कहा कि इरफान अहमद मलिक को यहां स्थित एसएमएचएस अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां उसने दम तोड़ दिया। अधिकारी ने कहा कि शनिवार की हिंसक झड़पाें में घायल हुए चार लोगों ने रात को दम तोड़ दिया था।
कश्मीर के अधिकतर हिस्सों में हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। दक्षिणी जिले- पुलवामा, अनंतनाग और कुलगाम सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। अब तक मिली पुख्ता जानकारी के अनुसार, 96 सुरक्षाकर्मियों समेत 200 से ज्यादा लोग दिनभर चली झड़पों में घायल हो गए थे। इस दौरान भीड़ ने तीन पुलिस प्रतिष्ठानों, तीन नागरिक प्रशासन कार्यालयों, पीडीपी के एक विधायक के घर और कई वाहनों को आग लगा दी थी और भाजपा के कार्यालय को निशाना बनाया था।
इसी बीच, कश्मीर घाटी के विभिन्न हिस्सों में रविवार को दूसरे दिन भी एहतियात के तौर पर कफ़र्यू जैसे प्रतिबंध जारी रहे।झड़पों के दौरान हुई मौतों का विरोध करने के लिए अलगाववादी समूहों की ओर से बुलाए गए बंद के कारण घाटी में सामान्य जनजीवन में पंगुता आ गई है। सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारूक समेत अलगाववादी नेताओं को नजरबंदी में रखा गया है जबकि मोहम्मद यासीन मलिक को एेहतिहातन हिरासत में लिया गया है।
हिज्बुल मुजाहिदीन का कमांडर वानी और दो अन्य शुक्रवार को मारे गए थे। ये तीनों एक घर में छिपे थे और इनकी ओर से गोली चलने के बाद जब सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की तो ये मारे गए। वानी की मौत के बाद की प्रतिक्रियाओं को नियंत्रित करने के लिए घाटी में मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं और कफ़र्यू लगा दिया गया।