गोमती रिवर फ्रंट घोटाले में आठ इंजीनियरों के खिलाफ एफआइआर
गोमती रिवर फ्रंट घोटाले में सीबीआइ ने आठ इंजीनियरों के खिलाफ लखनऊ में एफआइआर दर्ज कराई है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने गुरुवार को मामले की जांच अपने हाथ में ली थी। अधिकारियों ने बताया कि तत्कालीन मुख्य अभियंता गुलेश चंद्रा, एसएन शर्मा, काजिम अली, तत्कालीन अधीक्षण अभियंता मंगल यादव, अखिल रमन, कमलेश्वर सिंह, रूप सिंह यादव और कार्यकारी अभियंता सुरेंद्र यादव के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई है। इनमें चंद्रा, शिव मंगल यादव, अखिल रमन और रूप सिंह यादव रिटायर हो चुके हैं।
यह उत्तरप्रदेश की अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा सरकार की ड्रीम प्रोजेक्ट थी। 1,500 करोड़ रुपए से गोमती नदी के किनारे रिवर फ्रंट विकसित करने की इस योजना में अनियमितता की जांच के आदेश योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनने के बाद दी गई थी। राज्य सरकार ने जांच के लिए एक सदस्य न्यायिक समिति गठित की। इस रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने 19 जून को एफआइआर दर्ज की थी। 17 जुलाई को राज्य सरकार ने मामले की सीबीआइ जांच की सिफारिश की।