केंद्र टांग न अड़ाए तो दिल्ली को बना देंगे स्वास्थ्य में बेहतर राज्यः सिसोदिया
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में दिल्ली ने एक रोल मॉडल की भूमिका अदा की है। केंद्र सरकार दिल्ली में टांग अड़ाना बंद कर दे तो एक साल में दिल्ली को स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर राज्य बना देंगे।
अलीपुर में आम आदमी पार्टी की छटीं राष्ट्रीय परिषद की बैठक में दिल्ली सरकार के कामकाज पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी का गठन जिस राष्ट्रीय बुनियाद के साथ किया गया था उसका पहला विपक्ष पंजाब और दिल्ली की तीनों एमसीडी में काम कर रहा है। बिजनेस को लेकर विश्वबैंक की रैंकिंग दिल्ली की वजह से ही बढ़ी है। इसका मतलब है कि यहां के कारोबारी आराम से कारोबार कर रहे हैं और रिश्वतखोरी बंद हुई है। उन्होंने कहा कि आप भ्रष्टाचार रोकने के लिए काम करना चाहती है लेकिन इसे रोकने का सबसे बड़ा टूल एंटी करप्शन ब्रांच ही सरकार से छीन लिया गया क्योंकि आप सरकार ने कई करप्ट बाबू और अन्य लोग जेल भेज दिए थे।
सिसौदिया ने कहा कि दिल्ली ही देश की एकमात्र कैबिनेट है जिसका एक भी मंत्री रिश्वत नहीं लेता। दिल्ली सरकार का टॉप लेवल की ब्यूरोक्रेसी में बहुत डर है। नीचे के लेवल में कुछ कम है लेकिन जहां मौका मिलता है उसे पकड़वाते हैं। एंटी करप्शन ब्रांच न होने से जरूर मुश्किल होती है। दिल्ली के कामकाज में सुधार के कारण ही जो बिजली का कनेक्शन 148 दिन में मिलता था, अब केवल 35 दिन में मिलता है और इसे भी एक दिन में लाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने अन्य राज्यों से आए कार्यकर्ताओँ से दिल्ली सरकार के कामकाज का फीडबैक भी लिया।
मालूम हो कि परिषद के करीब तीन सौ सदस्य हैं जिसमें 150 विशेष आमंत्रित सदस्य भी बुलाए गए हैं। अब से पहले राष्ट्रीय परिषद की बैठक काफी हंगामेदार रही हैं। प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव को निष्काषित किया जाना उन्हीं हंगामों में से एक है। इस बार अमानतुल्ला खान और कुमार विश्वास की मौजूदगी को लेकर खासी हलचल है।