चेन्नई में रेल सेवा बहाल, यात्री विमानों की उड़ान भी शुरू
चेन्नई हवाई अड्डे से आज सुबह पोर्ट ब्लेयर के लिए एयर इंडिया की पहली उड़ान रवाना होने के साथ चेन्नई से दिन के समय यात्री उड़ानों का परिचालन शुरू हो गया। दिल्ली से एयर इंडिया की एक उड़ान के दोपहर एक बजकर 45 मिनट पर चेन्नई एयरपोर्ट पर उतरेगी। बारिश को देखते हुए विमान सेवाएं रोक दी गयी थीं और इसके बाद से यह पहली सेवा है।
पोर्ट ब्लेयर के लिए एयर इंडिया के विमान ने आज सुबह दस बजकर 49 मिनट पर उड़ान भरी। विमान में 130 से अधिक यात्री सवार थे। एयर इंडिया के एक अधिकारी ने कहा कि विमान वहां से चेन्नई वापस लौटेगा और हैदराबाद के लिए उड़ान भरेगा। इसके अलावा दिल्ली से एक उड़ान आ रही है और वापस जाएगी। यह उड़ान दोपहर करीब एक बजकर 45 मिनट पर चेन्नई पहुंचेगी और दो बजकर 45 मिनट पर दिल्ली के लिए रवाना होगी।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने बारिश के कारण चेन्नई हवाई अड्डा बंद करने का फैसला किया था। आज चेन्नई से एयर इंडिया की हैदराबाद और दिल्ली के लिए भी उड़ान निर्धारित है। हवाई अड्डा बंद होने के बाद से चेन्नई में विभिन्न एयरलाइनों के 34 विमान अटके हुए थे। एएआई ने निरीक्षण के बाद कल रनवे को फेरी फ्लाइट और राहत उड़ानों के परिचालन के लिए दुरूस्त घोषित कर दिया। चेन्नई हवाई अड्डे पर खड़ी चार फेरी फ्लाइट कल दिल्ली, मुंबई और पोर्ट ब्लेयर के लिए रवाना हो गईं जबकि एक मालवाहक विमान सिंगकार्गो बेंगलूर के रास्ते सिंगापुर के लिए रवाना हुआ।
चेन्नई हवाई अड्डे पर औसतन रोज 320 विमानों की आवाजाही होती है। अधिकतर घरेलू विमान सेवाओं से इतर 20 अंतरराष्ट्रीय विमान सेवाओं का संचालन यहां से होता है। भारी बारिश के कारण एएआई ने छह दिसंबर तक के लिए चेन्नई हवाई अड्डे को बंद करने का फैसला किया था। इसके बाद से विभिन्न विमान सेवाओं के कुल 34 विमान हवाई अड्डे पर फंस हुए हैं। औसतन चेन्नई हवाई अड्डे पर विमानों के 320 प्रस्थान और आगमन होते हैं। अधिकतर घरेलू विमान सेवाओं से इतर 20 अंतरराष्ट्रीय विमान सेवाओं का संचालन यहां से होता है।
मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रूपये देने की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु में बाढ़ के कारण जान गंवाने वाले लोगों में से प्रत्येक के परिजन को दो-दो लाख रूपये की सहायता देने का एेलान किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्विटर पर डाले गए एक पोस्ट में यह जानकारी दी गई है। यह मदद प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दी जाएगी। इससे पहले प्रधानमंत्री ने प्राकृतिक आपदा से बेहाल राज्य में राहत एवं पुनर्वास कार्य के लिए 1,000 करोड़ रूपये की तत्काल सहायता का एेलान किया था। यह सहायता केंद्र द्वारा पूर्व में जारी की गई 940 करोड़ रूपये की मदद राशि के अतिरिक्त है।