छत्तीसगढ़ में कलेक्टर रहे आइएएस पर रेप का आरोप, सरकार ने सस्पेंड किया
जांजगीर-चांपा जिले में कलेक्टर पद पर रहते हुए महिला से दुष्कर्म करने के आरोपी आइएएस अधिकारी जनक प्रसाद पाठक को आखिर सस्पेंड कर दिया गया। कथित तौर पर कई महीनों तक दुष्कर्म करते रहे पाठक को जैसे ही कलेक्टर के पद से हटाया गया, पीड़ित महिला ने नए कलेक्टर से शिकायत की। इसके साथ ही पाठक के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गयी। जांच के बाद बुधवार को पाठक के खिलाफ एफआइआर हुई थी।
दुष्कर्म में फंसने वाले तीसरे आइएएस अधिकारी
गुरुवार को सरकार ने 2007 बैच के आइएएस अधिकारी पाठक को सस्पेंड कर दिया। पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। छत्तीसगढ़ बनने के बाद पाठक तीसरे आइएएस अफसर है, जो दुष्कर्म के मामले में उलझे हैं। पाठक 27 मई तक राज्य के जांजगीर-चांपा जिले के कलेक्टर थे। सरकार ने 27 मई को उनका तबादला कर आयुक्त (भू अभिलेख) बना दिया था। पाठक पर आरोप है कि जांजगीर जिले के कलेक्टर रहते हुए 15 मई को उन्होंने अपने चैंबर में महिला से दुष्कर्म का प्रयास किया। महिला ने इसकी शिकायत 2 जून को की। 3 जून को मामला दर्ज कर लिया गया।
अश्लील मैसेज के स्क्रीन शॉट्स पुलिस को सौंपे
पुलिस को की गई शिकायत में महिला ने बताया कि वह पहली बार 13 मार्च को एनजीओ के काम से तत्कालीन कलेक्टर जनक प्रसाद पाठक से उनके चैंबर में मिली थी। अपने काम के बारे में बताने के बाद कलेक्टर ने उसका मोबाइल नंबर लिया था। महिला का आरोप है कि इसके बाद आइएएस पाठक उसे फोन करने लगे। वॉट्सएप कॉल भी करते थे। अश्लील मैसेज और अश्लील वीडियो भी भेजना शुरू कर दिया। महिला ने उन सारे चैट के स्क्रीनशॉट पुलिस को सौंपे हैं ।
पति को नौकरी से निकालने की धमकी दी
आरोप है कि कलेक्टर पाठक लगातार महिला को बुला रहे थे, लेकिन लॉकडाउन होने के कारण उसने आने में असमर्थता जताई। इस पर कलेक्टर पाठक ने महिला के पति को नौकरी से निकालने की धमकी दी। महिला का कहना है कि वह 15 मई को फिर से अपने काम के सिलसिले में पाठक से मिलने के लिए कलेक्टरेट गई थी। महिला का आरोप है कि बातचीत के दौरान ही कलेक्टर ने उसे पकड़ लिया और चैंबर के अंदर बने कमरे में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
नए कलेक्टर से शिकायत की
पीड़ित महिला ने पूरे मामले की शिकायत वर्तमान कलेक्टर यशवंत कुमार से की। शिकायत के बाद कलेक्टर यशवंत कुमार ने एसपी पारूल माथुर को जांच के निर्देश दिये हैं। जिस महिला ने ये गंभीर आरोप लगाया है, वो शादीशुदा है और पूर्व जनपद सदस्य है। पुलिस को मिली इस शिकायत के समर्थन में महिला ने कई साक्ष्य भी दिये हैं। महिला का आरोप है कि एनजीओ का काम दिलाने के एवज में कलेक्टर ने उसे झांसा दिया और उसका बलात्कार किया। महिला का आरोप है कि उसके साथ कलेक्टर ने कई दफा शारीरिक संबंध बनाये और बार-बार ये झांसा देता रहा कि जल्द ही उसके एनजीओ को काम दिला देगा, लेकिन करीब डेढ़ महीने बाद भी कलेक्टर ने महिला का काम नहीं किया।
महिला ने कलेक्टर के साथ अपनी बातचीत की रिकार्डिंग और कुछ तस्वीरें भी पुलिस को दी है। महिला ने जो बातचीत और मैसेज के सबूत दिये हैं, उसमें कलेक्टर की उससे नियमित बात होती थी। जानकारी के अनुसार महिला से कलेक्टर आपत्तिजनक बातें किया करते थे, और पर्सनल तस्वीरों की भी डिमांड किया करते थे। कलेक्टर रहते तक महिला चुप रही और अब तबादला होने के बाद उसने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज करायी है। महिला ने जांजगीर महिला थाने में पूर्व कलेक्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है।
2002 में जशपुर कलेक्टर आइएएस एमआर सारथी पर रेप के आरोप लगे थे। सारथी भी प्रमोटी आइएएस थे। छत्तीसगढ़ गठन के कुछ साल बाद ही बिलासपुर के एडिशनल कलेक्टर रहते एक आइएएस पर भी उनकी नौकरानी ने दुष्कर्म के आरोप लगाए थे। बाद में वे छत्तीसगढ़ छोड़कर मध्य प्रदेश कैडर में चले गए। ये सीधी भर्ती वाले आईएएस थे।