इंसानियत हुई शर्मसार, पिता के शव को ठेले पर लेकर गए भाई-बहन
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में इंसानियत को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। यहां सोमवार को एक दिव्यांग युवक और उसकी बहन को अपने पिता के शव को 8 किलोमीटर ठेले पर ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। एएनआई के मुताबिक, हेल्थ सेंटर के प्रशासन ने युवक और उसकी बहन से शव के लिए वैन की अनुपलब्धता का हवाला दिया था।
घटना बाराबंकी टाउन के त्रिवेदीगंज हेल्थ सेंटर (सीएचसी) की है। हेल्थ सेंटर में मंशाराम नाम के व्यक्ति की मौत हो गई थी। इसके बाद बेटे राजकुमार और बेटी मंजू को अपने पिता के शव को ठेले पर करीब आठ किलोमीटर अपने घर ले जाने के लिए मजूबर होना पड़ा।
इससे पहले उत्तर प्रदेश के ही संभल में सरकारी अस्पताल की असंवेदनशीलता का मामला सामने आया था। संभल के अस्पताल में एक परिवार को युवक के शव को घर तक पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस देने से इंकार कर दिया गया। इसके बाद एक शख्स युवक के शव को कंधे पर रखकर बाहर लाया और किसी तरह परिवार को युवक का शव बाइक पर रख कर घर ले जाना पड़ा। अस्पताल ने शव ले जाने के लिए न तो स्ट्रेचर दिया और न ही एम्बुलेंस की व्यवस्था की।