अयोध्या पर फैसले से पहले अलर्ट पर CJI गोगोई, यूपी के मुख्य सचिव और डीजीपी से की मुलाकात
बहुचर्चित अयोध्या भूमि विवाद पर सुनवाई पूरी होने के बाद सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले हलचल बढ़ी हुई है। अगले हफ्ते अयोध्या विवाद में फैसला आ सकता है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और अन्य वरिष्ठ अफसरों के साथ मुलाकात की। सीजेआई ने राज्य के दोनों आला अधिकारियों से सुरक्षा संबंधित तैयारियों की जानकारी ली। बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह और चीफ सेक्रेट्री राजेंद्र तिवारी दोनों आज यानी शुक्रवार को ही दिन में सीजेआई रंजन गोगोई से मिले।
मामले में जल्द फैसले की उम्मीद
अयोध्या मामले में शीर्ष अदालत का फैसला जल्द आने की उम्मीद जताई जा रही है। इसे देखते हुए सभी राज्यों की सरकारों ने सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर दी है। इसके लिए गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को सुरक्षा तैयारियों को सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए हैं। गृह मंत्रालय ने यूपी सरकार को अयोध्या में सभी सुरक्षा तैयारियों को सुनिश्चित करने के लिए विशेष निर्देश जारी किए है।
संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती
इससे पहले गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को अयोध्या मामले में फैसले के मद्देनजर एक सामान्य सलाह दी गई है। अधिकारी ने बताया कि राज्यों को सभी संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त सुरक्षाकर्मी तैनात करने को कहा गया है। यह सुनिश्चित करने को भी कहा गया है कि देश में कहीं भी कोई अप्रिय घटना न हो।
हर तरह से बरती जा रही है सतर्कता
अयोध्या पर आने वाले फैसले से पहले, हर तरह से सतर्कता बरती जा रही है। आरपीएफ की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। 78 रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अयोध्या में पैरा मिलिट्री की कई कंपनियां तैनात की गई हैं। अयोध्या में 20 अस्थाई जेल बनाए गए हैं और 300 स्कूलों को सुरक्षा बलों के लिए रिजर्व किया गया है। इसके अलावा 30 बम निरोधक दस्ते भी तैनात किए गए हैं।
पीएम मोदी ने अपने मंत्रियों से अनावश्यक बयान देने से बचने को कहा
इसके अलावा गृह मंत्रालय ने कानून व्यवस्था बनाए रखने में राज्य सरकार की सहायता के लिए उत्तर प्रदेश में अर्धसैनिक बलों की 40 कंपनियां (प्रत्येक में लगभग 100 कर्मी) मुहैया कराई हैं। अयोध्या पर नेताओं से भी अनर्गल बयानबाजी न करने को कहा गया है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सभी मंत्रियों को अयोध्या मामले में अनावश्यक बयान देने से बचने को कहा है।
सीएम योगी ने भी की बैठक
अयोध्या मामले पर आने वाले फैसले से पहले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के आला अफसरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की और हर जिले में 24 घंटे एक विशेष कंट्रोल रूम खोलने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि लखनऊ और अयोध्या में हेलीकॉप्टर किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखा जाए। सीएम ने सभी धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के निर्देश भी दिए और सोशल मीडिया पर भी नजरें बनाए रखने के निर्देश दिए।