अभिषेक बनर्जी की पत्नी से CBI की पूछताछ, देना पड़ सकता इन सवालों के जवाब; भतीजे से मिलने पहुंची ममता
पश्चिम बंगाल में कुछ महीने बाद विधानसभा चुनाव हैं। लेकिन, सियासी गर्मियां यहां कुछ और वजहों से चरम पर है। दरअसल, कोयला घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है। इस मामले में ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की पत्नी रूजिरा को सीबीआई ने नोटिस जारी किया था। अब मामले में सीबीआई की टीम अभिषेक की पत्नी से पूछताछ करने जा रही है। इस बीच राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी के घर पहुंची।
रविवार को सीबीआई की टीम अभिषेक बनर्जी के आवाज पर पहुंची थी। बैंक अकाउंट से जुड़े मामले में उनकी पत्नी रूजिरा को सीबीआई ने समन दिया है। ये कार्रवाई बीते सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बंगाल में रैली से ठीक एक दिन पहले की गई। जिसके बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि हम वो नहीं जो झूक जाएंगे। कानून पर पूरा भरोसा है।
#WATCH | Kolkata: West Bengal CM Mamata Banerjee arrives at nephew and TMC leader Abhishek Banerjee's residence
Abhishek's wife, Rujira, is expected to answer CBI's queries today in connection with the coal scam case pic.twitter.com/srmLo7awiW
— ANI (@ANI) February 23, 2021
आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक सीबीआई अभिषेक बनर्जी की पत्नी से पूछताछ कर सकती है कि कोयला घोटाले मामले में अनूप माझी से उनका क्या संबंध है। अनूप माझी ने आपके खाते में पैसे क्यों भेजे। दरअसल, अनूप माझी का नाम कोयला घोटाले में मुख्य आरोपी के तौर पर सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक रूजिरा बनर्जी पर तीन बड़े आरोप लगाए गए हैं। पहला मामला कोयला घोटाले में लेन-देन को लेकर है। वहीं, विदेशी खातों में रकम और तीसरा नागरिकता विवाद को लेकर है।
एनडीटीवी के मुताबिक, पिछले साल 27 नवंबर को सीबीआई की कोलकाता एंटी करप्शन ब्रांच (एसीबी) ने पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) के लीजहोल्ड एरिया से कोयले के अवैध खनन और उठाव के संबंध में भ्रष्टाचार और आपराधिक विश्वासघात का मामला पंजीबद्ध किया था। ईसीएल सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जो पश्चिम बंगाल और झारखंड में कोयला खनन का काम करती है। यह मामला पिछले साल मई-अगस्त से जुड़ा है, जब सतर्कता विभाग और ईसीएल टास्क फोर्स ने निरीक्षण के दौरान पाया था कि ईसीएल के पट्टे क्षेत्र में व्यापक रूप से अवैध कोयला खनन और उसकी ढुलाई हो रही है। टीम ने तब पाया था कि अवैध कोयला खनन में कई मशीनें लगी हैं और ढुलाई के लिए भी वहां बड़ी तादाद में गाड़ियां खड़ी हैं। टीम ने तब बड़े पैमाने पर कोयले की जब्ती की थी। उस क्षेत्र में कई अवैध भार मापक मशीनें भी लगी हुई थीं। इससे स्पष्ट पता चल रहा था कि अवैध खनन और कोयले ढुलाई का काम संगठित तौर पर संचालित हो रहा है।