अशोक गहलोत ने वसुंधरा राजे पर लगाया पीएम मोदी को अपमानित करने का आरोप
राजस्थान में विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही कांग्रेस और भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। एक दिन पहले आपातकाल को काला अध्याय बताते हुए केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने जहां कांग्रेस पर हमला बोला था। वहीं, आज जयपुर में कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री और राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने राजस्थान सरकार और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर तीखा वार किया है। गहलोत ने कहा है कि मुख्यमंत्री राजे ने राजस्थान से आने वाले पूर्व उपराष्ट्रपति भैरू सिंह शेखावत को राज्य में नहीं बुलाकर अपमान किया, वहीं अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बार-बार बुलाकर उन्हें अपमानित कर रही हैं।
गहलोत ने अपने सरकारी आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राज्य की बीजेपी सरकार से जनता को मोह भंग हो चुका है। उन्होंने न केवल गड़े मुर्दे उखाड़े बल्कि वसुंधरा राजे सरकार पर उनके गृह जिले जोधपुर के साथ विकास के मामले में दोहरा बर्ताव करने का भी आरोप लगाया है। गहलोत ने कहा कि प्रदेश में लहसुन नहीं बिकने के कारण किसानों ने आत्महत्या कर ली है, लेकिन सरकार टस से मस नहीं हुई। इसके साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि प्रदेश सरकार के पास केवल 2,000 करोड़ रुपए का बजट बाकी है, जबकि वह किसानों का 8,000 करोड़ रुपए का कर्जा माफ करने की बात कर रही है। इससे इनको तो नुकसान नहीं होगा, लेकिन आने वाली सरकार को घाटे में छोड़कर जा रही है।
उल्लेखनीय है कि बीती तीन प्रेस कॉन्फ्रेंस में गहलोत ने प्रदेश के राजपूत समुदाय को लेकर कुछ न कुछ बोलकर राजनीतिक फायदा लेने का भरसक प्रयास किया है। उन्होंने आज फिर से भैरू सिंह शेखावत के बहाने राजपूत समाज के दर्द को उभारने का प्रयास किया है। इससे पहले समाज के साथ अन्याय होने की बात कहकर भी उन्होंने बीजेपी के द्वारा इस समाज को अपमानित करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा है कि राज्य में 'मेरा बूथ मेरा गौरव अभियान' को बेहद सफल बताते हुए प्रदेश सरकार से जनता की नाराजगी को भी जिक्र किया। गहलोत ने राज्य की राजनीतिक समरता को भी खत्म करने के लिए सीएम राजे को आड़े हाथों लेते हुए कटाक्ष किया है।
भाजपा ने दिया जवाब
इधर, अशोक गहलोत के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए राजस्थान की उच्च शिक्षामंत्री किरण माहेश्वरी ने जवाब दिया है। माहेश्वरी ने कहा है कि आपातकाल के दौरान देश में लोकतंत्र की हत्या हुई थी, राजस्थान में विकास हो रहा है। उन्होंने दावा किया कि शराब पर लगाया गया टैक्स गलत नहीं है। माहेश्वरी ने भाजपा कार्यालय पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस जो आरोप लगा रही है, वह निराधार और सत्यता से कोसों दूर है। उन्होंने अशोक गहलोत और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि 10 साल तक प्रदेश में राज करने के बाद भी गहलोत ने कभी राज्य की सुध नहीं ली, जबकि सीएम राजे की सरकार ने राज्य के 29 लाख किसानों का 8 हजार करोड़ रुपए का कर्जा माफ किया है।
कांग्रेस के 'मेरा बूथ मेरा गौरव' कार्यक्रम को पूरी तरह नाकाम करार देते हुए उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि कांग्रेस जनता को बरगलाने के लिए केवल अपने कार्यकर्ताओं की भीड़ के सहारे सत्ता पाना चाहती है, लेकिन जनता उनके बहकावे में आने वाली नहीं है। तिवाड़ी द्वारा भाजपा छोड़े जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि तिवाड़ी वरिष्ठ नेता हैं और वो अपनी मर्जी से पार्टी से अगल हुए हैं। उन्होंने दावा किया है कि कांग्रेस ने स्वतंत्रता के नाम पर वोट लिए, जबकि हमने स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान किया है।