कोरोना : तीसरे लहर की तैयारी में जुटा झारखण्ड, 250 से बढ़ाकर दस हजार कर दिए ऑक्सीजन वाले बेड
कोरोना के दूसरे चरण के लहर की त्रासदी के बीच झारखण्ड तीसरे चरण की तैयारी में जुट गया है। इसी क्रम में झारखण्ड में जहां सिर्फ 250 ऑक्सीजनयुक्त बेड थे उनकी संख्या बढ़ाकर कर दी गई है। अब 14 मई से 18 से 45 की उम्र वालों के लिए मुफ्त टीकाकरण अभियान शुरू होगा। झारखण्ड में लॉकडाउन ( स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह) की खत्म होती मियाद के बीच मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन सांसदों और विधायकों के साथ आगे को लेकर रायशुमारी में जुटे हैं। सोमवार को उन्होंने वीडियो कॉफ्रेंसिंग से संतालपरगना और पलामू के सांसदों, विधायकों से विमर्श किया, सुझाव लिये। मंगलवार को कोल्हान और उत्तरी छोटानागपुर के लोगों से बात करेंगे।
विमर्श के बाद हेमन्त सोरेन ने कहा कि अभी चिंता की घड़ी है, लोग कठिन दौर से गुजर रहे हैं। आये सुझाव के आलोक में तीसरे लहर से निबटने के लिए सरकार कार्य योजना बना रही है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि तीसरे लहर में बच्चों पर संक्रमण का खतरा ज्यादा रह सकता है। इसे देखते हुए दो-तीन दिनों के भीतर शिशु रोग विशेषज्ञों के साथ वर्चुअल मीटिंग करेंगे। ग्रामीण क्षेत्रों के सभी कोरेनटाइन सेंटरों और आइसोलेशन सेंटरों को दुरुस्त किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों के बीच झारखण्ड ने पड़ोसी राज्य बिहार, पश्चिम बंगाल उत्तर प्रदेश की तुलना में कोरोना संक्रमण को लेकर बेहतर काम किया। 14 मई से 18 से अधिक उम्र के लोगों को मुफ्त वैक्सीन लगाई जायेगी। उपलब्धता के आधार पर हम वैक्सीन देने में सक्षम होंगे। आरटीपीसी की रिपोर्ट जल्द मिल सके इके लिए दो कोबास मशीन के लिए आदेश दिया गया है, जून के अंत तक मशीन स्थापित की जा सकेगी। रांची, धनबाद, जमशेदपुर जैसे बड़े शहरों में जीवन रक्षक दवाओं से ज्यादा मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है। प्रारंभिक दौर में सूबे में 250 ऑक्सीजनयुक्त बेड थे। आज हम राज्य के विभिन्न अस्पतालों में दस हजार से अधिक ऑक्सीजनयुक्त बेडों की व्यवस्था कर सके हैं। इसकी संख्या और बढ़ाई जा रही है। एक सप्ताह के भीतर 800 मरीजों को कोविड सर्किट के तहत आसपास के कोरिडोर वाले अस्पतालों में इलाज कराया गया है। संजीवनी वाहन से अस्पतालों में ऑक्सीजन उपलब्ध कराया गया है। कई जिलों में ऑक्सीजन बैंक की स्थापना की जा रही है। ऑक्सीजन उपलब्ध है, फ्लोमीटर की कमी है। इसे दूर करने के लिए इंडो डेनिश टूलरूम की मदद से हम जल्द रेगुलेटर तैयार करने लगेंगे। एक सप्ताह में नोजल पाइप की आपूर्ति सुचारू रूप से कर सकेंगे। सभी जिलों में जीवन रक्षक एंबुलेंस की उपलब्धता के लिए कार्य योजना बन रही है। पलामू में मेडिकल ऑक्सीजन रिफिलिंग यूनिट की जल्द स्थापना करने जा रहे हैं। सभी अस्पतलों में पीसीए मशीन लगाई जायेंगी।