पत्नी व बच्चों का नहीं किया टेस्ट, अहमदाबाद के कोरोना पॉजिटिव रेलवे कर्मचारी का आरोप
गुजरात के अहमदाबाद के एक कोरोना पॉजिटिव रेलवे कर्मचारी ने स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि पॉजिटिव परीक्षण आने के बाद भी उसकी पत्नी और तीन बच्चों का परीक्षण स्वास्थ्य कर्मी नहीं कर रहे थे। जबकि उनके पिता की मौत कोविड-19 से पहले ही हो चुकी है और माँ संक्रमित होने के बाद वेंटिलेटर सपोर्ट पर है। हालांकि अहमदाबाद नगर निगम के अधिकारियों ने लगाए गए आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि वास्तव में 23 अप्रैल को 36 वर्षीय व्यक्ति के पिता के परीक्षण के बाद स्वास्थ्य टीमों ने उनके परिवार से संपर्क किया था किंतु कोई प्रतिक्रिया परिवार वालों की तरफ से नहीं आई। अहमदाबाद नगर निगम के सरसपुर वार्ड में रेलवे कर्मचारी का घर है।
बता दें, गुजरात में लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। राज्य में सोमवार तक यह आंकड़ा 3,548 हो गया है। जबकि अब तक इस वायरस ने 162 लोगों ने जान गंवाई है। सबसे ज्यादा 2,378 मामले राजधानी अहमदाबाद से आए हैं।
कोरोना से पिता की मृत्यु, मां वेंटिलेटर पर
रेलवे कर्मचारी ने कहा, "मेरे पिता का 23 अप्रैल को पॉजिटिव परीक्षण किया और 25 अप्रैल को एक अस्पताल में उनका निधन हो गया। मेरी मां भी संक्रमित हो गई और 24 अप्रैल को भर्ती होने के बाद से वो वेंटिलेटर पर है। उन्होंने कहा कि मैं अपने पिता के अंतिम संस्कार के बाद खुद का परीक्षण करवाने के लिए अस्पताल गया था जिसकी रिपोर्ट सोमवार को आई है। रिपोर्ट में परीक्षण पॉजिटिव पाया गया है।" रेलवे कर्मचारी ने कहा कि उसे डर है कि मेरी पत्नी और तीन बच्चे भी संक्रमित हो सकते हैं क्योंकि हम एक साथ रहते हैं। फिलहाल सभी होम क्वारेंटाइन में हैं। लेकिन कोई भी स्वास्थ्य अधिकारी परीक्षण करने के लिए अभी तक नहीं आया है।
परिवार ने नहीं दी प्रतिक्रिया: चिकित्सा अधिकारी
हालांकि, अहमदाबाद के सरसपुर वार्ड के चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजय देसाई ने कहा, "स्वास्थ्य टीम द्वारा संपर्क किए जाने पर परिवार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। पिता के सकारात्मक परीक्षण के बाद, हमने परिवार से परीक्षण करने के लिए कहा। मैंने 25 अप्रैल को तीन कॉल किए।" देसाई ने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारी परिवार की फिर से जांच करवाएंगे।