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06 July 2020

दिल्ली सरकार ने रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए जारी किए आदेश, इन लोगों के लिए जरूरी होगी ये जांच

पीटीआइ

दिल्ली सरकार ने सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केन्द्रों को निर्देश दिया कि वे फ्लू जैसे लक्षणों और श्वसन संबंधी बीमारियों वाले सभी मरीजों और हाई रिस्क वाले सभी लोगों की अनिवार्य रूप से रैपिड एंटीजन जांच करें।

रविवार को दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आदेश में दिल्ली सरकार द्वारा संचालित सभी अस्पतालों के मेडिकल निदेशकों, चिकित्सा अधीक्षकों और निदेशकों को कहा गया है कि वे सुनिश्चित करें कि सूची में शामिल उन सभी मरीजों और लोगों की रैपिड एंटीजन जांच अनिवार्य रूप से हो, जो अस्पताल आए हैं।  उसमें कहा गया है कि फ्लू जैसे लक्षणों और सांस लेने में दिक्कत के साथ अस्पताल आने वाले सभी लोगों की अनिवार्य रूप से जांच की जाए। इसके अलावा भी सरकार ने ऐसे लोगों और मरीजों की लंबी सूची जारी की है जिनकी जांच अनिवार्य की गई है।

इन लोगों के लिए जरूरी होगा ये टेस्ट

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- सभी लोग/मरीज जिनको इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस (ILI) यानि खांसी, जुकाम, बुखार जैसे लक्षण हैं

- ऐसे सभी एडमिट मरीज जिनको सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस (SARI) यानि सांस फूलना, निमोनिया की बीमारी है

- ऐसे सभी बिना लक्षण वाले मरीज जो एडमिट हैं या एडमिशन मांग रहे हैं

- कीमोथेरेपी कराने वाले मरीज

- एचआईवी पॉजिटिव मरीज

-  ट्रांसप्लांट वाले मरीज

-  65 साल से ऊपर के मरीज जिनको पुरानी गंभीर बीमारी है

 

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना के हालात लगातार गंभीर होते जा रहे हैं। दिल्ली में सत्तर फीसदी से ज्यादा कोरोना के मामले अनलॉक के बाद सामने आए। बता दें कि दिल्ली इस समय कोरोना प्रभावित राज्यों में सबसे पहले नंबर पर है। यहां अब तक करीब एक लाख लोग कोरोना से प्रभावित हैं जबकि तीन हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।

दिल्ली में कोरोना के हालात को सुधारा जा सके इसके लिए केंद्र और केजरीवाल सरकार दोनों लगातार साथ में मिलकर काम कर रही है। कल रविवार को गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ द्वारा बनाए गए 1000 बेड्स वाले अस्थाई अस्पाताल का दौरा भी किया। इस दौरान सीएम केजरीवाल भी उनके साथ मौजूद रहे।

क्या है रैपिड एंटीजन टेस्ट?

इस तकनीक में व्यक्ति की नाक की दोनों तरफ से फ्लूइड का सैंपल लिया जाता है। फिर उसको पास ही मौजूद एक मोबाइल बैन के अंदर बनी छोटी से लेबोरेटरी के अंदर टेस्ट किया जाता है। अगर टेस्टिंग स्ट्रिप पर एक लाइन आती है तो इसका मतलब नेगेटिव होता है, लेकिन उसको पुख्ता तौर पर नेगेटिव नहीं माना जा सकता और कन्फर्म करने के लिए RT-PCR टेस्ट जरूरी होता है।

अगर दो लाल लकीर दिखाई देती हैं तो इसका मतलब व्यक्ति पॉजिटिव है जिसको पुख्ता तौर पर पॉजिटिव मान लिया जाएगा। लेकिन अगर कोई लकीर नहीं दिखती तो इसका मतलब टेस्ट बेनतीजा है। इस तकनीक में टेस्ट का नतीजा 15 से 30 मिनट के अंदर आ जाता है। इस तकनीक को साउथ कोरिया की मानेसर स्थित कंपनी ने तैयार किया है।

 

 

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TAGS: COVID-19, Delhi Govt, Orders, Compulsory, Rapid Antigen Test, High-risk, Individuals
OUTLOOK 06 July, 2020
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