राजस्थान में गायों के लिए बनेगा अनुसंधान केंद्र
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रदेश में देशी गायों की नस्ल में सुधार, उनके संरक्षण और संर्वन के लिए अनुसंधान केंद्र स्थापित किए जाने के निर्देश दिए हैं। कामधेनु शोध संस्थान के रूप में स्थापित किए जाने वाला यह अनुसंधान केंद्र राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर से संबंधित होगा। इस अनुसंधान केंद्र में प्रदेश की राठी, थारपारकर और सहीवाल नस्लों पर विशेष अनुसंधान किया जाएगा।
राजे आज पशुपालन विभाग की उच्च स्तरीय बैठक को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि विभाग की बजट एवं अन्य घोषणाओं को को गति प्रदान की जाए ताकि पशुपालकों को अधिक से अधिक राहत मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा, मनरेगा के माध्यम से कैटल शेड बनाए जाने के कार्य में तेजी लाई जाए। प्रदेश में आवारा मवेशियों को रखने के लिए हर जिले में गौशालाएं चिन्हित की जाएं। उन्होंने कहा कि जो इच्छुक गौशालाएं बीमार एवं अपंग गायों को रखेंगी, उन्हें राज्य सरकार आवश्यक वित्तीय सहायता उपलब्ध कराएगी। राजे ने प्रदेश में कृत्रिम गर्भाधान केंद्र स्थापित किए जाने की योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि इस कार्य में गति लाई जाए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऊंटों की उन्नत नस्ल तथा उनके संरक्षण एवं संर्वधन के लिए अनुसंधान केंद्र स्थापित किया जाए ताकि ऊंट पालकों तथा प्रदेश को इसका अधिक से अधिक लाभ मिल सके। उन्होंने पशु बीमा के कार्य को भी गति देने के भी निर्देश दिए।