भोपाल में जमीन कब्जा का विरोध करने पर दलित किसान जिंदा जलाया
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के निकट एक गांव में जमीन कब्जा करने का विरोध करने पर चार लोगों ने एक दलित किसान को जिंदा जला डाला। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने भी घटना को स्तब्ध करने वाला बताया है।
समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार यह घटना गुरुवार को बैरसिया तहसील के परसोरिया घटखेड़ी गांव में हुई। 70 वर्षीय किसान किशोरी लाल जाटव ने जब अपने खेत में कब्जे का विरोध किया तो कुछ लोगों ने उसकी पिटाई की और उसके शरीर पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। इसके बाद किशोरी लाल को उसके परिजन अस्पताल लेकर गए पर डॉक्टरों ने उसे वहां मृत घोषित कर दिया।
भोपाल के पुलिस उपमहानिरीक्षक धर्मेंद्र चौधरी ने बताया कि सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद उन पर हत्या का केज दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि एएसपी संजय साहु के नेतृत्व में विशेष जांच दल का गठन किया गया है। चौधरी ने बताया कि आरोपियों की पहचान तिरीन यादव, प्रकाश यादव, संजु यादव और बलवीर यादव के रूप में हुई है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने चौहान ने घटना पर अफसोस जताया है। उन्होंने कहा दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। राज्य के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मारे गए किसान के परिजनों को न्याय दिलाने की पूरी कोशिश की जाएगीय़
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि किसान की हत्या से वे स्तब्ध और निरास हैं। उन्होंने सवाल किया कि आखिर सरकार दलितों के खिलाफ अत्याचार कब बंद करेगी। कमलनाथ ने इस घटना की पूरी जानकारी हासिल करने के लिए दो सदस्यीय समिति बनाई है। इसमें शामिल कांग्रेस नेता कैलाश मिश्रा और आसिफ जैकी को किसान के परिवार से मिलकर एक रिपोर्ट दाखिल करने के लिए कहा गया है।