गैंगरेप से पीड़ित दलित छात्रा ने लिखा पीएम मोदी को पत्र, मांगा इंसाफ
दरअसल, मामला कर्नाटक के बगलकोट स्थित एक गांव का है। जहां गैंगरेप का शिकार हुई एक दलित छात्रा ने पीएम मोदी के साथ-साथ केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी, राज्य महिला आयोग, जिला पंचायत सदस्य, मंडल आयुक्त और एसपी को भी चिट्ठी भेजी है।
चिट्ठी में छात्रा ने खुद की आपबीती लिखते हुए इंसाफ मांगा है। पीड़िता की शिकायत के मुताबिक, स्कूल के चपरासी विजय कुमार ने उसे एससी/एसटी कोटे का लाभ दिलाने का लालच दिया और उसे कार में बैठाकर बगलकोट ले आया। इस दौरान रास्ते में उसने छात्रा को कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया, जिसके बाद उसने दोस्तों के साथ मिलकर छात्रा से गैंगरेप किया। तीन घंटे बाद उन दरिंदों ने पीड़िता को बेहोशी की हालत में उसके घर छोड़ दिया, जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी।
पीड़िता की मां उसे डॉक्टर के पास ले गई। डॉक्टर ने पीड़िता की मां को रेप की जानकारी दी और पुलिस में मामला दर्ज कराने को कहा। पीड़िता के पिता ने समाज के डर से पुलिस में शिकायत नहीं की और उसे परिजनों के घर भेज दिया। फिलहाल पीड़िता का इलाज चल रहा है।
गौरतलब है कि यह ऐसा पहला मामला नहीं है जिसने सरकार ने इंसाफ की गुहार लगाई है। इससे पहले भी कई पीड़िता प्रशासन से मदद की गुहार लगाती हैं लेकिन असफलता हाथ लगने के बाद वे हाथ पर हाथ धरे बैठ जाती हैं। इससे पहले गुरुग्राम के मानेसर में कुछ ऑटो ड्राइवरों ने मिलकर एक महिला के साथ गैंगरेप किया और उसकी नौ महीने की बच्ची को ऑटो से बाहर फेंक दिया, जिसके बाद बच्ची की मौत हो गई।