रोहतास में महिला की पीट-पीटकर हत्या, तेजस्वी ने सीएम नीतीश पर साधा निशाना
बिहार के बेगूसराय में भीड़ द्वारा तीन लोगों की हत्या का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि रोहतास में कुछ लोगों ने एक महिला की पीट-पीटकर हत्या कर दी।
खबर के मुताबिक रोहतास जिले के डेहरी थाना क्षेत्र के अंबेडकर चौक के पास विवाद बच्चों के बीच शुरू हुआ था। लेकिन झगड़ा बढ़ता गया। इस मामले में दोनों बच्चों के परिवार वाले आमने-सामने आ गए और इसी दौरान लोगों ने लाठी-डंडों से पीट-पीटकर दलित महिला की कथित तौर पर हत्या कर दी।
इसे लेकर तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि आज बिहार मॉब लिंचिंग का हब बन चुका है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''मॉब लिंचिंग का हब बना बिहार:- बेगूसराय में भीड़ ने पीटकर 3 व्यक्तियों की हत्या की। रोहतास में दलित महिला की पीटकर हत्या। हाजीपुर में दरोग़ा तो जहानाबाद में एएसपी पर हमला। सासाराम में महिला को निर्वस्त्र घुमाया। जिस मुख्यमंत्री में लोकशर्म ही नहीं बची हो उसे क्या-कुछ कहें?''
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि बिहार में चहुंओर अराजकता का माहौल है. अपहरण, बलात्कार, हत्या, लूट, मॉब लिंचिंग से हाहाकार मचा हुआ है। कानून व्यवस्था समाप्त हो चुकी है। प्रखंड से लेकर मुख्यमंत्री सचिवालय तक भ्रष्टाचार का बोलबाला है। सरकारी कार्यालयों में विशेष RCP टैक्स चुकाये बिना आप पैर भी नहीं रख सकते।
थम नहीं रहे बिहार में महिलाओं के खिलाफ अपराध
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, बिहार में महिलाओं के साथ बलात्कार, छेडछाड़, अपहरण, दहेज के लिए हत्या एवं प्रताड़ना के मामलों में वृद्धि देखी गई है। पिछले बरस हर दिन जहां बलात्कार की तीन से ज्यादा घटनाएं हुईं, वहीं अपहरण के 18 से ज्यादा मामले हर रोज दर्ज किए गए। इस वर्ष की पहली छमाही के आंकड़े भी कुछ ऐसे ही हैं ।
राज्य के पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, वर्ष 2017 के दौरान प्रदेश में महिला अपराध से जुडे़ कुल 15,784 मामले प्रकाश में आए। इनमें बलात्कार के 1199, अपहरण के 6817, दहेज हत्या के 1081, दहेज प्रताड़ना के 4873 और छेड़खानी के 1814 मामले शामिल हैं ।
वर्ष 2018 के जून तक बिहार में महिला अपराध के कुल 7683 मामले प्रकाश में आए। इनमें बलात्कार के 682, अपहरण के 2390, दहेज हत्या के 575, दहेज प्रताड़ना के 1535, छेड़खानी के 890 और महिला प्रताड़ना के 1611 मामले शामिल हैं ।
मुंबई स्थित टाटा इन्स्टीट्यूट ऑफ सोशल साईंस द्वारा गत 27 अप्रैल को सौंपी गयी सामाजिक अंकेक्षण रिपोर्ट के आधार पर मुजफ्फरपुर जिला स्थित एक बालिका गृह में 34 लड़कियों के यौन शोषण का मामला सामने आया।
वैशाली जिले के एक अल्पावास गृह में महिलाओं के यौन उत्पीड़न का मामला प्रकाश में आया। गत 20 अगस्त को भोजपुर जिले के बिहिया थाना क्षेत्र में एक युवक की हत्या के संदेह में एक महिला को कथित तौर पर निर्वस्त्र कर घुमाया गया ।
बिहार के कैमूर, जहानाबाद, नालंदा, सहरसा, दरभंगा आदि जिलों में लड़कियों के साथ छेड़खानी के वीडियो वायरल होने, अश्लील फोटो एवं वीडियो अपलोड करने के मामले भी सामने आए ।