मुजफ्फरनगर में महिला ने की खुदकुशी, उत्पीड़न की शिकायत के बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई
महिला सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और पुलिस सवालों के घेरे में है। उन्नाव का मामला अभी शांत नहीं हुआ है। लेकिन आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर लापरवाही बरतने पर पुलिस एक बार फिर गई है। अब मुजफ्फरनगर में दुष्कर्म की कोशिश करने वाले आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई करने की जगह उल्टे महिला के बेटे और पति को ही अंदर कर दिया। उनकी शिकायत को गलत बताकर पुलिस परेशान करती रही। जिसके बाद महिला ने आत्महत्या कर ली।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक आरोप है कि घूस न मिलने पर पुलिस ने कार्रवाई करने की जगह उल्टे पीड़ितों को ही प्रताड़ित किया।
रायपुर अटेरना गांव निवासी 40 वर्षीय महिला ने जेठ के बेटे और उसके साथी पर बलात्कार के प्रयास का आरोप लगाया था। पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। जबकि शिकायत लेकर पहुंचे बेटे और पति को ही थाने की में बंद कर दिया। महिला की गुहार को पुलिस ने अनसुनी कर दी। इसके बाद महिला ने शुक्रवार की सुबह (13 अप्रैल) घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। घटना की खबर मिलने के बाद पुलिस हरकत में आई। लेकिन तबतक देर हो चुकी थी।
पुलिस के मुताबिक इस संबंध में पुलिस उप निरीक्षक सुभाष चंद को निलंबित कर दिया गया है। वहीं सुसाइट नोट भी मौके से बरामद किया गया जिसके आधार पर दो आरोपियों को पुलिस ने गरफ्तार कर लिया है।