जम्मू-कश्मीर में डीडीसी चुनाव लोकतंत्रिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए, लोगों की भागीदारी अहमः नकवी
केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि केन्द्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद के चुनाव लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए कराया जा रहा है। इसका मकसद प्रदेश में सकारात्मक विचारों को आगे बढ़ाना और नकारात्मतक माहौल पैदा करने वालों लोगो को अलग-थलग करना है।
नकवी ने कहा, “यह वास्तव में मायने नहीं रखता कि चुनाव में कौन जीतता अथवा कौन हारता है, मायने यह रखता है कि इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया में लोग कितने उत्साह के साथ इसका हिस्सा बन रहे हैं।”
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन (पीएजीडी) ने अपनी बात से पलटी मारते हुए डीडीसी चुनावों में भाग लेने का फैसला किया है, उन्हें एहसास हुआ कि वे अलग-थलग पड़ रहे है और जनता विकास के साथ आगे बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि सबसे पहले डीडीसी चुनावों में कौन कितनी सीटें जीतता या हारता है यह बिल्कुल भी मायने नहीं रखता है। यह महत्वपूर्ण नहीं है कि चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कितनी सीट जीतेगा और पीएडीसी कितनी..। महत्वपूर्ण यह है कि केन्द्रशासित प्रदेश की जनता लोकतांत्रिक प्रक्रिया में कैसे अपनी जिम्मेदारी निभाती है।
नकवी ने कहा कि जनता ने जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक गतिविधियां शुरू करने के लिए कहा था। प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियों को शुरू करने के लिए डीडीसी चुनाव से बेहतर क्या हो सकता है। स्वतंत्रता के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार इस तरह का चुनाव हो रहा है और लोग बड़े उत्साह के साथ इसमें हिस्सा ले रहे हैं।