देवांश मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश करेगी दिल्ली सरकार
दिल्ली सरकार के आदेश पर हुई मजिस्ट्रेट जांच में कहा गया कि स्कूल के अधिकारियों द्वारा जानबूझकर कार्रवाई नहीं करना गंभीर आपराधिक लापरवाही के समान था जिसकी वजह से बच्चे की मौत हो गई। दिल्ली के उप मुख्यमंत्राी मनीष सिसोदिया ने आज कहा, हम देवांश की मृत्यु के मामले में निश्चित रूप से सीबीआई जांच की सिफारिश करेंगे। हम चल रही जांच में खामियां देख सकते हैं। देवांश के माता-पिता ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
शिक्षा विभाग का प्रभार भी संभाल रहे सिसोदिया ने कल कहा था कि देवांश की मौत के मामले में मजिस्ट्रेट जांच ने जघन्य अपराध की ओर संकेत दिया है और अभी तक हुई जांच में बच्चे के माता-पिता की बात की अनदेखी की गई है। उन्होंने यह दावा भी किया कि अभी तक किसी पुलिस अधिकारी ने देवांश के माता-पिता से मुलाकात नहीं की है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आज बेंगलूरू से वापस आना है, उनके आने के बाद उचित परामर्श करके सीबीआई जांच की सिफारिश की जाएगी।
पिता ने जताई यौन शोषण की आशंका
देवांश के पिता रामहित मीणा ने आरोप लगाया है कि बच्चे के निजी अंगों समेत शरीर पर चोट के निशान देखे गए हैं। मीणा ने कहा कि उन्होंने बच्चे के निजी अंगों में रूई के फाहे देखे। उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल के प्राचार्य ने परिवार को इस मामले में चुप रहने की धमकी दी है। उन्होंने मामले में सीबीआई जांच की मांग दोहराई।
हालांकि जांच संभाल रहे एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अभी तक हुई जांच के आधार पर यौन उत्पीड़न की बात खारिज कर दी है। देवांश 30 जनवरी को दक्षिण दिल्ली स्थित स्कूल के एंफीथियेटर के नीचे एक टैंक में मृत मिला था। पुलिस के मुताबिक शुरूआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डूबने से उसकी जान जानेे का पता चला है और कोई बाहरी चोट नहीं मिली है।