दिल्ली-एनसीआर में दीपावली के दिन वायु गुणवत्ता हुई ‘गंभीर’, स्थिति खराब होने के आसार
दिल्ली में दिवाली के दिन शनिवार को वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार सुबह नौ बजे औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 369 दर्ज किया गया। राजधानी से सटे शहरों गुरुग्राम, गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद में भी वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गयी।
वातावरण में मौजूद ‘पीएम 2.5’ के स्तर में 32 फीसदी हिस्सेदारी पराली जलाए जाने की रही। इसके साथ ही हवा की गति मंद होने के कारण स्थिति ज्यादा खराब हो रही है क्योंकि ऐसी स्थिति में प्रदूषण कण जमा हो जाते हैं। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली ‘सफर’ के मुताबिक अगर स्थानीय स्तर पर भी वायु प्रदूषण में थोड़ी बढ़ोतरी हुई तो रविवार और सोमवार को बहुत बुरा असर हो सकता है। सीपीसीबी के अनुसार दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में सुबह 10 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 से अधिक दर्ज किया गया। दिल्ली के आनंद विहार में 429, आईटीओ में 406, अलीपुर में 422, मुंडका में 405 वायु गुणवत्ता सूचकांक दर्ज किया गया।
सरकारी एजेंसियों ने राजधानी में पटाखों फोड़ने और इसकी बिक्री के खिलाफ शुक्रवार को अभियान चलाया। इस दौरान एजेंसियों ने जुर्माना भी लगाया और पटाखे जब्त भी किए। एजेंसियां आज भी अपने अभियान पर रहेंगी और अगले आदेश तक पटाखों के इस्तेमाल एवं बिक्री पर प्रतिबंध रहेगा।
सीपीसीबी की टीमें भी प्रदूषण पर नजर रखे हुए है और प्रदूषण नियंत्रण के उपायों के क्रियान्वयन की दिशा में काम कर रही हैं। दिल्ली में सुबह न्यूनतम तापमान 9.7 डिग्री सेल्सियस और उच्च आर्द्रता 93 फीसदी दर्ज की गयी। सुबह के समय दिल्ली में धुंध छाया रहा जिससे स्थिति और खराब हो गई।
मौसम विभाग के अनुसार रविवार को दिल्ली में बादल छाये रहने और हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान है जिससे वायु की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है।