लॉकडाउन के बीच पश्चिम बंगाल में रामनवमी मनाई गई, मंदिरों में उमड़ी भारी भीड़
देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ रहे प्रकोप को लेकर राज्य से लेकर केंद्र तक सकते में हैं। इसी बाबत देशव्यापी लॉकडाउन 14 अप्रैल तक किया गया है। लेकिन इन नियमों को धता बताते हुए पश्चिम बंगाल में रामनवमी के मौके पर गुरुवार को सैकड़ों भक्त 'जय श्री राम' के जाप के साथ मंदिरों इकट्ठे हुए। इस बीच, कई पुलिस कर्मियों पर हमला भी किया गया और उनके वाहनों को इलाके के स्थानीय लोगों ने तोड़ दिया। खबरों के मुताबिक दो पुलिस अधिकारी बुरी तरह घायल हो गए है जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें, अब तक देशभर में 2 हजार से ज्यादा मामले कोरोना के सामने आ चुके हैं। वहीं, 55 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
महाराष्ट्र में भीड़ ने किया हमला
वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र के गांव सोलापुर में बहादुर पठान नाम के एक व्यक्ति पर भीड़ टूट पड़ी। दरअसल, लोगों की मांग है कि जमात में शामिल लोगों पर कार्रवाई की जाए जो दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुए थे।
लॉकडाउन का किया गया उल्लंघन
पश्चिम बंगाल के एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक राज्य के कई जिलों में पुलिस ने श्रद्धालुओं को लौटने के लिए कहा। सभी को पूजा करने के तुरंत बाद घर जाने और सामाजिक दूरी का सख्ती से पालन करने को कहा गया। वहीं, इस बाबत कोलकाता पुलिस ने पुजारियों से पूछा कि सामाजिक दूरी का पालन किए बगैर और बिना अनुमति के मंदिरों के बाहर इतनी बड़ी संख्या में भक्तों का जमावड़ा क्यों लगा।
9 हजार लोगों को किया गया क्वारंटाइन
देशभर में तब्लीगी जमात के सदस्यों सहित उनके संपर्क में आए करीब 9 हजार लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। दिल्ली में तब्लीगी जमात के करीब 2 हजार सदस्यों में से 1,804 को क्वारंटाइन किया गया है जबकि 334 लोगों को अस्पतालों मे भर्ती कराया गया है। यह जानकारी गुरुवार को गृहमंत्रालय की तरफ से दी गई।