शाहजहांपुर मामले में चिन्मयानंद और छात्रा की जमानत याचिका खारिज, स्वामी पीजीआई से डिस्चार्ज
सोमवार को देर रात स्वामी चिन्मयानंद को पीजीआई से डिस्चार्ज कर दिया गया। इसके बाद यूपी पुलिस उन्हें शाहजहांपुर जेल लेकर जा रही है। इसके पहले दिन में शाहजहांपुर जिला अदालत ने चिन्मयानंद की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। जिसके बाद यूपी पुलिस उन्हें शाहजहांपुर जेल शिफ्ट कर रही है। सोमवार को चिन्मयानंद के अलावा उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने की छात्रा की जमानत याचिका भी जिला अदालत ने खारिज कर दी। छात्रा पर चिन्मयानंद से पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप है।
ये है मामला
अटल सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री रहे स्वामी चिन्मयानंद पर उन्हीं के आश्रम द्वारा संचालित कॉलेज की छात्रा ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। छात्रा वकालत की पढ़ाई कर रही है। उसने वीडियो वायरल कर स्वामी की मुश्किलें बढ़ा दी है। छात्रा ने स्वामी पर रेप का आरोप लगाया था। कोर्ट के दखल के बाद मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाई गई। एसआईटी ने पूछताछ के बाद स्वामी चिन्मयानंद को गिरफ्तार कर लिया। दूसरी ओर एक और वीडियो वायरल हुआ जिसमे छात्रा अपने कुछ दोस्तों के साथ स्वामी से रंगदारी की बात कर रही थी। जिसके बाद छात्रा को भी उसके दोस्तों के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। जेल में स्वामी चिन्मयानन्द की तबियत बिगड़ गयी जिन्हे फिलहाल उपचार के लिए लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में में भर्ती कराया गया है।
छात्रा पर ब्लैकमेलिंग कर पांच करोड़ की रंगदारी मांगने का आरोप
पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद पर रेप और यौन शोषण का आरोप लगाने वाली छात्रा को एसआईटी ने स्वामी को ब्लैकमेलिंग कर उनसे 5 करोड़ की रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया था। पीड़िता की गिरफ्तारी के बाद एसआईटी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। प्रेस कांफ्रेंस में आईपीएस भारती सिंह ने बताया कि चिन्मयानंद को मोबाइल पर पर धमकी भरा मैसेज भेजा गया था। जिसमें उनसे पांच करोड़ रुपए की मांग की गई थी। रंगदारी नहीं देने पर उनका अश्लील वीडियो टीवी चैनल पर चलवा कर उनकी इज्जत मिट्टी में मिलाने की धमकी दी गई थी।
पीड़ित छात्रा के पिता ने प्रियंका गांधी से मांगी मदद
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पार्टी विधानमंडल दल की उपनेता आराधना मिश्रा 'मोना' ने पत्रकारों को बताया कि पीड़िता के पिता ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को पत्र लिख कर मदद मांगी है। उन्होंने आरोपी चिन्मयानंद के खिलाफ आपराधिक मुकदमा धारा-376 का दर्ज करा कर कठोर कार्रवाई कराने की बात कही है।
चिन्मयानंद की प्रदेश सरकार पूरी मदद कर रही है- कांग्रेस
आराधना मिश्रा ने आरोप लगाया कि बलात्कार के आरोपी भाजपा के पूर्व केन्द्रीय मंत्री चिन्मयानंद की प्रदेश सरकार पूरी मदद कर रही है। पीड़िता को न्याय दिलाने के बजाए उसके विरुद्ध ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाते हुए क्रास केस कर उसे गिरफ्तार करा दिया गया ताकि मुकदमें को कमजोर किया जा सके। सरकार उस व्यक्ति को बचाने में पूरी ताकत लगा रही है जिसके ऊपर पहले भी वर्ष 2011 में बलात्कार का मुकदमा दर्ज हो चुका है।
'न्याय यात्रा' निकालने लिए अड़े कांग्रेस नेता हिरासत में
पीड़ित छात्रा को इंसाफ दिलाने के लिए कांग्रेस के नेता सोमवार को शाहजहांपुर से लखनऊ तक न्याय यात्रा निकालने पर अड़े थे लेकिन प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी। शाहजहांपुर जिला प्रशासन ने कई कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया साथ ही पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद सहित कई कांग्रेसी नेताओं को उनके घर में ही नजरबंद किया गया। शाहजहांपुर की लॉ छात्रा को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस ने जिला प्रशासन से न्याय यात्रा निकालने की अनुमति मांगी थी, लेकिन जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी जबकि कांग्रेस का कहना है कि समय से सूचना देने के बाद न्याय यात्रा नहीं निकालने दी।
ये हैं कांग्रेस की मांग-
- आरोपी चिन्मयानंद के खिलाफ बलात्कार का मुकदमा तत्काल दर्ज किया जाए।
- रेप पीड़िता को तुरन्त जेल से रिहा किया जाए।
- पीड़िता और उसके परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार सुनिश्चित करे।
- मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में की जाए ताकि तत्काल प्रभाव से आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो।