डॉक्टर रेप मर्डर केस: बंगाल में जूनियर डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी, स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित
पश्चिम बंगाल में एक महिला चिकित्सक के साथ कथित बलात्कार और हत्या के विरोध में जूनियर डॉक्टरों का काम बंद आंदोलन मंगलवार को 12वें दिन में प्रवेश कर गया, जिससे पूरे पश्चिम बंगाल में सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं।
राज्य के कई सरकारी अस्पतालों में मरीजों की लंबी कतारें देखी गईं, जहां वरिष्ठ डॉक्टरों और सहायक प्रोफेसरों ने ओपीडी में उनका इलाज किया।
नौ अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ड्यूटी के दौरान स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई।
सरकारी अस्पताल के आंदोलनकारी डॉक्टरों में से एक ने पीटीआई-भाषा को बताया, "हमारी बहन को न्याय मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा। हम कार्यस्थलों पर भी सुरक्षा चाहते हैं। हमारी प्राथमिक मांग दोषियों को सजा देना है।"
घटना पर आक्रोश के बीच, देश भर में चिकित्सक पीड़ित के लिए न्याय और कार्यस्थलों पर बेहतर सुरक्षा के लिए कानून की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
पिछले हफ्ते कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बाद, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कोलकाता पुलिस से डॉक्टर के कथित बलात्कार और हत्या की जांच अपने हाथ में ले ली है।
अपराध में कथित संलिप्तता के लिए एक नागरिक स्वयंसेवक को गिरफ्तार किया गया था।