लखनऊ में एनकाउंटर, दो आतंकी घिरे
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) दलजीत चौधरी ने बताया कि जिस मकान में संदिग्ध आतंकवादी छुपे हैं उसकी छत में छेद किए जाने के बाद पता चला कि दो संदिग्ध आतंकी छिपे हुए हैं। शुरू में कहा गया था कि एक ही आतंकी है।
उन्होंने कहा कि मकान के भीतर दोनों संदिग्ध आतंकी जीवित हैं और दो हथियार भी दिखाई दे रहे हैं। चौधरी ने बताया कि संदिग्ध आतंकियों को आत्मसर्पण करने का पर्याप्त समय दिया गया लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उत्तर प्रदेश पुलिस संदिग्ध आतंकियों को जिंदा पकड़ना चाहती है।
एटीएस का आपरेशन उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के कल होने वाले मतदान से चंद घंटे पहले ही शुरू हुआ। कल पूर्वांचल की 40 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा।
स्थानीय लोगों के मुताबिक दोपहर करीब साढ़े तीन बजे 30 से अधिक पुलिसकर्मियों ने इलाके मकानों को खाली कराना शुरू किया ताकि संदिग्ध पर शिकंजा कसा जा सके। उन्होंने बताया कि जैसे ही संदिग्ध को पुलिस की मौजूदगी की भनक लगी, उसने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की ओर से भी जवाबी फायरिंग की गई। एटीएस के महानिरीक्षक असीम अरूण ने बिजनौर से कमांडो दस्ता बुलवाया। पुलिस महानिरीक्षक (लखनऊ जोन) ए सतीश गणेश ने कहा कि संदिग्ध आत्मसमर्पण नहीं कर रहे हैं, उल्टे गोलियां चला रहा है। उसे बाहर निकालने के लिए मिर्ची बम छोड़े जा रहे हैं।
आपरेशन की अगुवाई कर रहे अरुण ने बताया कि जिस मकान में आतंकी छिपा था, जब पुलिस ने उसका दरवाजा खटखटाया तो उन्होंने दरवाजा भीतर से बंद कर लिया। उसके बाद पिस्तौल में गोलियां लोड करने की आवाज सुनाई दी, जिससे पता चला कि उसके पास हथियार है।
उन्होंने बताया कि संदिग्ध ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। हमने शुरुआत में अपनी ओर से फायरिंग नहीं की।