छत्तीसगढ़ के पूर्व CM रमन सिंह के दामाद पर लगा 50 करोड़ के घोटाले का आरोप, मामला दर्ज
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के दामाद के खिलाफ 50 करोड़ रुपये की कथित वित्तीय अनियमितता के सिलसिले में मामला दर्ज किया गया। यह मामला डीके के अधीक्षक डॉ केके सहारे की शिकायत पर गोल बाजार थाने में दर्ज किया गया है। पूर्व सीएम रमन सिंह के दामाद गुप्ता के खिलाफ कई धाराओं के तहत लोकसेवक होते हुए आपराधिक षड्यंत्र, धोखाधड़ी, चारसौ बीसी, जालसाजी, फर्जी दस्तावेज से हेराफेरी करने के आरोप लगे हैं। अंतागढ़ टेप कांड में भी पंडरी थाने में डॉ. गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज है।
इस मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता पर आरोप है कि सरकारी डीकेएस अस्पताल के अधीक्षक पद पर रहते हुए उन्होंने 50 करोड़ रुपये की कथित वित्तीय अनियमितता की है।
गुप्ता के खिलाफ ठगी और धोखाधड़ी का मामला दर्ज
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, रायपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर ने बताया कि डीकेएस अस्पताल के अधीक्षक कमल किशोर सहारे की शिकायत के आधार पर गुप्ता के खिलाफ ठगी और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। शिकायत में सहारे ने आरोप लगाया है कि अपने कार्यकाल में गुप्ता ने 50 करोड़ रुपये की कथित वित्तीय अनियमितता की।
शिकायत के अनुसार, डॉ गुप्ता ने 14 दिसंबर 2015 से 2 अक्टूबर 2018 के बीच अस्पताल में गड़बड़ी की। उन्होंने नियम विरुद्ध डॉक्टरों व अन्य स्टाफ की भर्ती की। वहीं, अपात्र लोगों से पैसे लेकर नौकरी दी। शिकायत में कहा गया है कि पूर्व अधीक्षक ने अपने पद और पहुंच का गलत फायदा उठाते हुए सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया। इससे सरकारी खजाने को नुकसान हुआ है। कई ऐसी मशीनें खरीदी गई हैं, जिससे मरीजों से सीधा कोई वास्ता नहीं है।
रमन सिंह के खिलाफ जांच की मांग कर चुके हैं जोगी
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी वर्ष 2017 में रमन सिंह के खिलाफ हेलीकॉप्टर घोटाले में जांच की मांग उठा चुके हैं। उन्होंने उस वक्त मांग करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ जांच शुरू करनी चाहिए, जिनकी सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड से हेलीकॉप्टर की खरीद में साल 2008 में एक बिचौलिये को भुगतान किया।
अजित जोगी ने पनामा दस्तावेज मामलों में कथित तौर पर रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह के विदेशी बैंक खातों से जुड़े मामले में कार्रवाई करने की भी मांग की। जोगी ने कहा था कि यदि 2 अक्टूबर (महात्मा गांधी जयंती) तक जांच नहीं शुरू की गई, तो वह हजारों लोगों के साथ दिल्ली में जंतर मंतर पर उपवास शुरू करेंगे।
जोगी ने यह भी आरोप लगाया कि बीजू जनता दल (बीजद) सांसद बिजयंत पांडा की कंपनी को साल 2007-2008 के दौरान विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी देने में अनियमितता बरती गई, जिस वक्त पी.चिदंबरम केंद्रीय वित्त मंत्री थे। उन्होंने इसकी जांच की मांग की।