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13 June 2017

अब सीएम शिवराज के विधानसभा क्षेत्र में किसान ने की आत्महत्या

प्रतीकात्मक तस्वीर

पुलिस के अनुसार, 55 वर्षीय किसान, ग्राम जजना तहसील रेहती जिला सीहोर के निवासी है। रेहती पुलिस स्टेशन के अनुसार, दुलचंद कीर ने सोमवार को जहरीले पदार्थों का सेवन कर आत्महत्या की।

"दुलचंद कीर ने सोमवार को जहरीले पदार्थ का सेवन कर आत्महत्या की है।  पूरे मामले की जांच के बाद ही पता चल पायेगा की उन्होंने आत्महत्या किन कारणों से की है" पंकज गीते, रेहटी पुलिस थाना इंचार्ज ने बताया।

आम आदमी पार्टी के मध्य प्रदेश इकाई के अनुसार किसान के ऊपर 6 लाख रुपये का कर्ज था।  किसान ने बैंक से 4 लाख रुपये का कर्ज ले रखा था  और 2 लाख रुपये का क़र्ज़ साहूकार (स्थानीय व्यापारी) से लिया हुआ था।

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पार्टी के अध्यक्ष आलोक अग्रवाल ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया है की उनकी सरकार ही किसान की मौत की जिम्मेदार है। इस बीच होशंगाबाद जिले में भी एक किसान के आत्महत्या करने की खबर है।  

बताया गया है कि 68 वर्षीय मोहन लाल डिगोलिया, सिवनी माल्वा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत गांव भैरवपुर ने पेड़ से लटका कर आत्महत्या की है।मृतक के बेटे राकेश लोहवंशी का आरोप है कि उनके पिता पिछले कई दिनों से दबाब में थे क्योकि वे लगभग 7 लाख रुपये का क़र्ज़ चुका नहीं पा रहे थे। 

राकेश ने पत्रकारों को बताया कि"मेरे पिता बहुत उदास रहते थे, क्योकि उनके ऊपर कर्ज़ा था", पिछले दो वर्षों में उन्होंने लगभग 7 एकड़ जमीन भी क़र्ज़ उतारने के अंदाज़ से बेची थी, राकेश ने बताया। मध्य प्रदेश में किसानो की आत्महत्या कोई नई बात नहीं है। 

इस साल फरवरी में, मध्य प्रदेश सरकार ने वरिष्ठ कांग्रेस विधायक राम निवास रावत से एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, पिछले तीन महीनों में मध्य प्रदेश में 287 किसानों ने मध्य प्रदेश में आत्महत्या कर ली है। वहीं, राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल फरवरी से पिछले साल फरवरी के बीच मध्यप्रदेश में कम से कम 1,982 किसानों और खेतीहर  मजदूरों ने आत्महत्या की है।

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TAGS: mp, cm shivraj singh, farmers movement
OUTLOOK 13 June, 2017
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