बड़े हमले की साजिश रच रहे आईएसआईएस के चार संदिग्ध आतंकवादी गिरफ्तार
एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र की एटीएस तथा आंध्र प्रदेश, पंजाब और बिहार की पुलिस टीमों के संयुक्त अभियान के दौरान आज सुबह मुंब्रा (महाराष्ट्र), जालंधर (पंजाब), नरकटियागंज (बिहार), बिजनौर और मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) में छापे मारे गए।
उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) दलजीत चौधरी ने लखनऊ में कहा कि अब तक हमें जो जानकारी मिली है, वे एक बड़े हमले की योजना बना रहे थे जिससे कि उनके समूह को पहचान मिले और क्षेत्र में दहशत पैदा हो। उत्तर प्रदेश एटीएस के एक प्रवक्ता ने लखनऊ में कहा कि आतंकी साजिश रचने के आरोप में तीन लोग गिरफ्तार किए गए हैं। गिरफ्तारियां मुंबई, पंजाब के जालंधर और उत्तर प्रदेश के बिजनौर और बिहार ने नरकटियागंज में हुई हैं।
महाराष्ट्र के आतंक रोधी दस्ते (एटीएस) ने एक व्यक्ति की गिरफ्तारी की पुष्टि की जिसकी पहचान नाजिम शमशाद अहमद (26) के रूप में हुई है। वह उत्तर प्रदेश के बिजनौर से ताल्लुक रखता है। उसे मुंबई के पास ठाणे जिले के मुंब्रा से पकड़ा गया।
महाराष्ट्र एटीएस के प्रमुख अतुलचंद्र कुलकर्णी ने कहा कि महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश एटीएस के संयुक्त अभियान में मुंब्रा से तीन लोग हिरासत में लिए गए। इनमें से एक व्यक्ति को आतंकी गतिविधियों में उसकी संदिग्ध संलिप्तता के चलते गिरफ्तार किया गया है। दो अन्य से पूछताछ की जा रही है।
उत्तर प्रदेश एटीएस के प्रवक्ता ने कहा कि पूछताछ के लिए छह अन्य लोग हिरासत में लिए गए हैं। वहीं, महाराष्ट एटीएस के सूत्रों ने कहा कि लगभग 12 लोग हिरासत में लिए गए हैं। उत्तर प्रदेश एटीएस के प्रवक्ता ने कहा कि इन लोगों से पूछताछ के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अभियान इस खुफिया जानकारी पर चलाया गया कि आतंकी समूह आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की तैयारी कर रहा है जिसके लिए इसके सक्रिय सदस्य नए सदस्यों की भर्ती कर रहे हैं।
गिरफ्तार लोगों के उस मॉड्यूल का हिस्सा होने का संदेह है जो बिहार, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में संभावित आतंकी रंगरूटों की तलाश कर रहा था। चौधरी ने बताया कि एजेंसियों को चार लोगों के खिलाफ सबूत मिले हैं और पांच अन्य से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार लोगों की उम्र 18 से 25 साल के बीच है और वे मुंबई, जालंधर तथा उत्तर प्रदेश जैसी विभिन्न जगहों पर रह रहे थे। हमें यह भी पता चला है कि वे निश्चित तौर पर इंटरनेट पर उपलब्ध संबंधित सामग्री से प्रभावित थे।
चौधरी ने कहा कि वे गुमराह युवक प्रतीत होते हैं और उन्हें मुख्यधारा में वापस लाने के प्रयास किए जाएंगे। जांच में पता चला है कि इनमें से एक व्यक्ति समूह की वित्तीय मदद करना चाहता था और वे निकट भविष्य में कोई बड़ा हमला करने के मकसद से लगातार एक-दूसरे के संपर्क में थे। लेकिन विभिन्न राज्यों की पुलिस और अन्य एजेंसियों ने सर्विलांस की मदद से उन्हें इस तरह के किसी हमले को अंजाम देने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने गिरफ्तार लोगों का हाल में लखनऊ में एक मुठभेड़ में मारे गए एक संदिग्ध आतंकवादी से कोई संबंध होने से इनकार किया। (एजेंसी)