उमर, सज्जाद से लेकर पीडीपी नेताओं ने घाटी में बीजेपी के बीडीसी चेयरमैन की हत्या की निंदा की
जम्मू कश्मीर के बडगाम में ब्लॉक डेवलपमेंट कमेटी (बीडीसी) के चेयरमैन की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी है। बुधवार को जम्मू कश्मीर पुलिस ने ये जानकारी दी है। पुलिस ने बताया है कि मृतक भूपेंद्र सिंह बडगाम के खाग से बीडीसी चेयरमैन थे। भूपेंद्र सिंह पर आतंकियों ने हमला कर उनकी हत्या कर दी।
सूत्रों ने कहा कि सिंह जिनके पास निजी सुरक्षा के लिए दो पीएसओ थे, अपने एलोची बाग श्रीनगर में सुरक्षाकर्मियों को छोड़कर और खग के लिए आगे निकल गए थे। सरकार के ‘बैक टू विलेज’ कार्यक्रम के तहत सिंह को अपने क्षेत्र में मौजूद होना चाहिए था।
हालांकि, पुलिस को सूचित किए बिना वह अपने पैतृक गांव चले गए थे, जहां आतंकवादियों ने उन पर हमला कर दिया। अधिकारियों का कहना है कि घाटी के राजनीतिक नेताओं ने हत्या की निंदा की है।
बीडीसी चेयरमैन की हत्या के बाद इल्तिजा मुफ्ती ने ट्वीट किया, “उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना है। भारत सरकार ने जानबूझकर बदनाम करने, अपमानित करने और मुख्यधारा में शामिल होने से उन्हें कमजोर स्थिति में छोड़ दिया।
उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर जताया दुख
पूर्व मुख्यमंत्री और एनसी नेता उमर अब्दुल्ला ने बीडीसी की हत्या पर अफसोस जताया है। उन्होंने ट्वीट किया कि बीडीसी पार्षद भूपिंदर सिंह की हत्या के बारे में सुनकर बहुत अफसोस हुआ। मुख्यधारा के जमीनी राजनीतिक कार्यकर्ता आतंकवादियों के लिए आसान लक्ष्य हैं। सज्जाद लोन ने भी ट्वीट कर बीडीसी सदस्य की नृशंस हत्या की निंदा की है।
अपनी पार्टी के अध्यक्ष सैयद मोहम्मद अल्ताफ बुखारी ने बुधवार को भूपिंदर सिंह की हत्या की निंदा की। बुखारी ने जारी एक बयान में इस हत्या को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण, अमानवीय और बर्बर करार दिया। बुखारी ने टिप्पणी की, "हिंसा के ऐसे कार्य लोगों को अधिक दुख पहुंचाने के अलावा कुछ भी हासिल नहीं कर सकते।" उन्होंने कहा कि 1990 के दशक से निर्दोष नागरिकों के खिलाफ बंदूकों के इस्तेमाल ने केवल जम्मू-कश्मीर में मौत और विनाश ला दिया है और लोगों को मौत तक पहुंचा दिया है।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में बीते कुछ दिनों में स्थानीय नेताओं पर हमलों की कई घटनाएं सामने आई हैं। जुलाई और अगस्त में बडगाम और पास के जिलों में राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं और नेताओं की हत्याएं की गई थीं। कई भाजपा के नेताओं को भी निशाना बनाया गया था। कश्मीर में बीते कुछ समय से आतंकी हमलों की वारदातें बढ़ी हैं। सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ की भी कई घटनाएं बीते दिनों में हुई हैं।