हरियाणा-दिल्ली सीमा सील, सिर्फ जरूरी सेवाओं को इजाजत, गुरुग्राम बॉर्डर पर जाम
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को के मद्देनज़र हरियाणा सरकार ने दिल्ली से सटे बॉर्डर को एक बार फिर सील कर दिया है। इस दौरान सिर्फ आवश्यक सेवाओं को ही अनुमति दी गई है। गुरुवार रात को ये फैसला लिया गया, लेकिन शुक्रवार की सुबह इसका असर सीमावर्ती इलाकों में दिखा। दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर शुक्रवार सुबह बड़ी संख्या में लोग जमा हुए और यहां लंबा जाम लग गया।
इससे पहले हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि दिल्ली की सीमा से लगते गुड़गांव और फरीदाबाद में 30-40 केस आ रहे हैं। ऐसे में बेहद जरूरी है कि दिल्ली से सटे हरियाणा बॉर्डर को सील रखा जाए।
'80 फीसदी मामले उन जिलों से जिनकी सीमा दिल्ली से सटी है'
अनिल विज ने कहा कि राज्य के करीब 80 फीसदी कोरोना केस उन जिलों से हैं जिनकी सीमा दिल्ली से लगती है। विज ने कहा, 'दिल्ली के जो मामले हैं और उसके साथ लगते जो हमारे जिले हैं, वे हमारी बहुत बड़ी चिंता हैं। आज ही मैंने सुबह आदेश जारी किए हैं कि दिल्ली से सटे हमारे बॉर्डर्स हैं उन पर कोई ढिलाई न बरती जाए।'
पहले भी हरियाणा ने बॉर्डर किया था सील
बता दें कि इससे पहले भी हरियाणा ने बॉर्डर को सील किया था, हालांकि बाद में खोल दिया गया था। लॉकडाउन 4.0 में केंद्र सरकार ने एक राज्य से दूसरे राज्य में आवाजाही को अनुमति दी थी। लेकिन, इसके लिए दोनों राज्यों की सहमति जरूरी थी।
हरियाणा में 123 नए मामले
गुरुवार को भी हरियाणा में कोरोना वायरस के 123 नए केस मिले हैं। इसी के साथ राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 1,504 हो गई है। हालांकि राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या 604 है जबकि 881 मरीज पूरी तरह इस बीमारी से उबर चुके हैं। कोरोना से हरियाणा में 19 लोगों की जान गई है। इनमें से 10 मौतें केवल गुड़गांव-फरीदाबाद में हुई हैं। वहीं दिल्ली में स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है और यहां कुल आंकड़ा 16 हजार के पार चला गया है जबकि तीन सौ से अधिक लोग दम तोड़ चुके हैं।