वायु सेना के विंग कमांडर ने अमित शाह बनकर किया राज्यपाल को फोन, जांच पर हुआ खुलासा
भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर ने अपने डॉक्टर मित्र को मध्य प्रदेश के चिकित्सा विश्वविद्यालय में कुलपति नियुक्त कराने के लिए राज्यपाल लालजी टंडन को गृह मंत्री अमित शाह बनकर फोन किया। जांच पर मामले का खुलासा हुआ। मध्य प्रदेश पुलिस की एसटीएफ ने विंग कमांडर और उसके डाक्टर मित्र को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी विंग कमांडर की पहचान कुलदीप वाघेला के रूप में हुई है और फिलहाल भारतीय वायु सेना के मुख्यालय, दिल्ली में तैनात हैं जबकि उनके मित्र चंद्रेश कुमार शुक्ला भोपाल के निवासी हैं। वाघेला ने शुक्ला को कुलपति नियुक्त करने के लिये राज्यपाल को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के रुप में फोन कर सिफारिश की थी। दोनों की आयु 35 से 40 वर्ष के बीच है। वाघेला पूर्व में मध्य प्रदेश के राज्यपाल राम नरेश यादव के कार्यकाल में तीन साल तक उनके साथ राजभवन में काम कर चुके हैं।
दोस्त बनना चाहता था कुलपति
पुलिस के मुताबिक, डेंटिस्ट चंद्रेश कुमार शुक्ला जबलपुर स्थित प्रदेश के चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति पद के इच्छुक थे और उन्होंने इसके लिये आवेदन किया था। उनका इसके लिये साक्षात्कार हो चुका था। शुक्ला ने अपने मित्र वाघेला को बताया कि वह कुलपति बनना चाहते हैं और कोई वरिष्ठ नेता उनके नाम की सिफारिश राज्यपाल से करे तो यह काम हो सकता है।
वाघेला ने की थी गृह मंत्री बनकर राज्यपाल से सिफारिश
इसके बाद दोनों दोस्तों ने साजिश रची और वाघेला ने गृह मंत्री अमित शाह बनकर राज्यपाल को फोन पर बात कर शुक्ला को कुलपति बनाने की सिफारिश की। इस फोन कॉल के बाद राजभवन के अधिकारियों को संदेह हुआ और इसकी जांच एसटीएफ को सौंपी गई। एसटीएफ की जांच में इस धोखाधड़ी का खुलासा हुआ और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। मामले में पूछताछ जारी है।