अगर सच बोलने के लिए लोगों को जेल में ठूंसने लगें तो जेल कम पड़ जाएंगी: कमल हासन
मशहूर अभिनेता कमल हासन द्वारा 'हिंदू आतंकवाद' के जिक्र के बाद उठे विवाद पर उन्होंने अपनी बात रखी है।
एएनआई के मुताबिक, कमल हासन ने कहा है कि अगर आप सच बोलने के लिए लोगों को जेल में ठूंसने लगें तो उन्हें रखने के लिए जेल कम पड़ जाएंगी।
If you keep putting people, who speak truth, behind bars, the number of jails will not be enough to keep them: Kamal Haasan
— ANI (@ANI) November 5, 2017
उन्होंने कहा, 'आतंकवाद उग्रवाद से अलग है। मैं दूसरों के बीच अपनी विचारधारा का प्रचार नहीं करता। मैं एक बुद्धवादी आदमी हूं।'
Terrorism is different from extremism. I don't preach my ideology to others. I am a rationalist: Kamal Haasan
— ANI (@ANI) November 5, 2017
कमल हासन के राजनीति में आने की अटकलें काफी समय से लगाई जा रही हैं। पार्टी बनाने के सवाल पर कमल हासन ने कहा, 'लोग कहते हैं कि मैं पार्टी का नाम घोषित करूंगा। बच्चे के नामकरण के लिए पहले बच्चे का होना भी जरूरी है। क्या मुझे अब भी कहना चाहिए कि मैं राजनीति में जा रहा हूं या नहीं?'
Ppl say I will announce my party's name. For naming a child we must have one first. Should I still say if I'll enter politics?: Kamal Haasan
— ANI (@ANI) November 5, 2017
क्या है विवाद?
असल में कमल हासन ने तमिल साप्ताहिक पत्रिका 'आनंदा विकटन' में लिखे अपने लेख में उन्होंने हिंदू आतंकवाद को ऐसी सच्चाई बताया था, जिससे कोई इंकार नहीं कर सकता। उनके अनुसार दक्षिणपंथी धड़े ने अब मसल पावर का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। वे हिंसा में शामिल हैं और हिंदू कैंपों में आतंकवाद घुस चुका है।
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने टाइम्स नाउ से बातचीत में हासन के विचारों को खारिज कर दिया था।
हिंदू महासभा के अध्यक्ष अशोक शर्मा ने कहा था, ‘कमल हासन और उनके जैसे बाकी लोगों को गोली मार देनी चाहिए या फांसी पर लटका देना चाहिए ताकि वे लोग कुछ सबक ले सकें।’
इन्हीं बयानबाजियों के बीच अलीगढ़ के एक युवा मुस्लिम नेता आमिर रशीद ने कहा, ‘कमल हासन राष्ट्र विरोधी हैं, वो ऐसी बयानबाजी करके हिंदू-मुस्लिम में दरार पैदा करना चाहते हैं. अगर उनके मुंह पर कोई कालिख पोत दे तो मैं उसे 25 हजार रुपये इनाम के तौर पर दूंगा.’ साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि, ‘अगर हिंदू चरमपंथी हो गए तो कोई भी दूसरा समुदाय सुरक्षित नहीं रहेगा।’