खनन घोटाला: अखिलेश सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति के घर समेत 22 जगहों पर CBI की छापेमारी
पूर्व खनन मंत्री रहे गायत्री प्रजापति के ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की है। समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता गायत्री प्रजापति के तीन आवासीय परिसर पर सीबीआई ने छापा मारा है। सीबीआई की टीम बुधवार को अमेठी स्थित प्रजापति के आवास पर पहुंची, जहां से उन्होंने ये कार्रवाई शुरू की। बताया जा रहा है कि अवैध खनन मामलों की जांच को लेकर सीबीआई की टीम ने छापेमारी की है।
गायत्री प्रजापति के 3 आवासीय परिसरों की तलाशी ली
छापेमारी की कार्रवाई को लेकर एक अधिकारी ने बताया कि सीबीआई ने खनन घोटाले लगभग 22 जगहों पर छापेमारी की है, जिसके तहत गायत्री प्रजापति के 3 ठिकानों पर छापे मारे गए हैं। गायत्री के अलावा इसी मामले में सीबीआई ने एमएलएसी रमेश कुमार मिश्र के ठिकानों पर भी छापेमारी की। फिलहाल गायत्री के परिजनों से पूछताछ की जा रही है। 2012-2016 के बीच सामने आया था अवैध खनन का मामला।
अखिलेश यादव की सपा सरकार में खनन मंत्री रहे हैं गायत्री प्रजापति
गायत्री प्रजापति अखिलेश यादव की सपा सरकार में खनन मंत्री रहे हैं। उन पर अवैध खनन के कई बार आरोप लग चुके हैं। वे एक महिला से साथ गैंगरेप के भी आरोपी हैं। इस मामले में वे इलाहाबाद हाईकोर्ट में जमानत के लिए गए थे, लेकिन कोर्ट उनकी याचिका खारिज कर चुका है।
हाई कोर्ट के निर्देश पर जांच कर रही सीबीआई
इलाहाबद हाई कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई ने 2016 में इस मामले की जांच शुरू की। सीबीआई ने इस सिलसिले में अज्ञात लोगों के साथ-साथ सरकारी अधिकारियों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
रेप के आरोप में जेल में बंद हैं गायत्री प्रजापति
महिला के साथ गैंगरेप के आरोप में जेल में बंद समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की जमानत याचिका को हाईकोर्ट से भी जमानत खारिज हो चुकी है। बुंदेलखंड की रहने वाली पीड़िता का आरोप था कि मौरंग का पट्टा दिलाने के नाम पर गायत्री व उसके साथियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इतना ही नहीं गायत्री ने उसकी नाबालिग बेटी के साथ भी दुष्कर्म करने की कोशिश की गई थी।
अवैध खनन के केस में 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
यूपी में अवैध खनन के मामले में सीबीआई 11 लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज कर चुकी है। सीबीआई ने हमीरपुर जिले की पूर्व कलेक्टर और आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला, खनिक आदिल खान, भूवैज्ञानिक/खनन अधिकारी मोइनुद्दीन, समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता रमेश कुमार मिश्रा, उनके भाई दिनेश कुमार मिश्रा, राम आश्रय प्रजापति, हमीरपुर के खनन विभाग के पूर्व क्लर्क संजय दीक्षित, उनके पिता सत्यदेव दीक्षित और रामअवतार सिंह के नाम प्राथमिकी में शामिल हैं। संजय दीक्षित ने 2017 विधानसभा चुनाव बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर लड़ा था।
इससे पहले भी कई स्थानों पर छापेमारी कर चुकी है सीबीआई
इससे पहले जनवरी में भी सीबीआई ने यूपी के कई स्थानों पर छापेमारी की थी। इसमें वरिष्ठ आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला का नाम भी शामिल था जिनके घर पर छापेमारी हुई थी। चंद्रकला बिजनौर, बुलंदशहर और मेरठ की कलेक्टर रह चुकी हैं। अखिलेश यादव सरकार में चंद्रकला अवैध खनन मामले को लेकर प्रकाश में आई थीं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)